बिधूना के बराहर निवासी अमन दिल्ली में नौकरी करता था दिल्ली की रेशमा से दोस्ती हुई और फिर प्रेम हो गया। तभी इन दोनों ने मजहबी बेड़ियों को तोड़ते हुए शादी करने का फैसला लिया। इसकी जानकारी जब रेशमा एवं अमन के घरवालों को हुई तो दोनों परिवारों के लोग बच्चों की खुशी के लिए राजी हो गए। शनिवार रात बिधूना में प्रसिद्ध शंकर जी के मंदिर पर दोनों परिवारों की मौजूदगी में अमन एवं रेशमा ने हिंदू रीति रिवाज से अग्नि के फेरे लेकर एक दूसरे के हो गए। और साथ में जीने-मरने की कसम खाई। नवदंपति को दोनों परिवारों ने आशीर्वाद दिया। लड़की के पिता सलीम ने कहा कि उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। हम अपनी बेटी की खुशी में ही खुश हैं।