अफगानिस्तान में अभी तालिबानी हमलों में कोई कमी नहीं आई है, इसके बावजूद अमरीकी सैनिक ( American Troops ) धीरे-धीरे वतन वापसी करने लगे हैं। अमरीका ने समझौते के तहत एक बड़ा कदम उठाते हुए अफगानिस्तान में अपने 10 सैन्य अड्डों को बंद कर दिया है और सैनिक वापस लौटने लगे हैं।
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अफगानिस्तान में अमरीका के कितने सैन्य अड्डे ( US Military Base ) हैं इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दस साल पहले तक अफगानिस्तान के अलग-अलग इलाकों में सैंकडो़ं सैन्य अड्डे थे, लेकिन अब महज दर्जनभर ही बचे रह गए हैं।
मीडिया रिपोर्टों में ये कहा जा रहा है कि अमरीका ने ऐसे ऐसे इलाकों में अपने सैन्य अड्डों को बंद किया है, जहां पर अभी भी हिंसा का दौर जारी है।
इन इलाकों में बंद किए सैन्य अड्डे
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमरीका ने जिन दस जगहों पर सैन्य अड्डे बंद किए हैं उनमें से हेलमंद, काबुल और कुंदुज जैसे संवेदनशील इलाके शामिल हैं। अमरीकी सेना ने इन सैन्य अड्डों को बंद करते हुए बसों को अफगान सेना को सौंप दिया है और कुछ को सील कर दिया है।
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बताया जा रहा है कि अमरीका अगले 15 जनवरी तक सैनिकों की संख्या घटाकर 5 हजार से 2.5 हजार तक करना चाहता है। पिछले सप्ताह ही अमरीका के कार्यवाहक रक्षा मंत्री क्रिस्टोफर मिलर ने एक बयान में कहा था कि अमरीका 15 जनवरी तक अफगानिस्तान में अपनी फौज की संख्या पांच हजार से घटाकर ढाई हजार कर देगा। पूरी सेना की वापसी मई तक संभावित है। फिलहाल, अफगानिस्तान सरकार की ओर से इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
अमरीका-तालिबान में समझौता
आपको बता दें कि अमरीका और तालिबान के बीच इसी साल फरवरी में कतर की राजधानी दोहा में एक अहम समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत अमरीका ने तालिबान से वादा किया था कि वह एक साल के अंदर सैनिकों की वापसी करेगा और अपने सैन्य ठिकाने बंद करेगा।
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इसके बदले तालिबान ने अमरीका से वादा किया था कि वह किसी भी तरह के हमले या हिंसा को अंजाम नहीं देगा। हालांकि तालिबान ने यह भी साफ कर दिया था कि जब तक अफगान सरकार उनकी बातें नहीं मान लेता तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी।