United Nations की चौंकाने वाली रिपोर्ट, बीवी की पिटाई को सही मानते हैं इतने फीसदी पुरुष

Highlights
– पुरुष पत्नी की पिटाई को सही ठहराते हैं
-यह चौंकाने वाली रिपोर्ट यूएन (United Nations) की है जो घरेलू हिंसा को लेकर है

संयुक्त राष्ट्र. एक्ट्रेस तापसी पन्नू की फिल्म थप्पड़ ने चर्चाओं का बाजार गर्मा रखा है। महिलाएं अपने हक व घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठा रही है, लेकिन एक कड़वा सच यह भी है कि समाज चाहे कितना भी आगे बढ़ जाए, आधुनिकता से लैस हो जाए पर आज भी कुछ बातें समाज में इस तरह रची-बसी दिखाई देती है जो सहज ही पुरातन काल की याद दिला देती है। बात यहां समाज में महिलाओं की स्थिति पर हो रही है।
महिलाओं को आज भी जीती-जागती इंसान से ज्यादा अपनी संपत्ति के तौर पर देखा जाता है जिसकी अपनी कोई इच्छा-अनिच्छा नहीं होती। घर की महिलाओं पर सब कुछ जैसे थोपा जाता है, यहां तक कि इच्छाएं भी। एक थप्पड़ से उसे शांत कर दिया जाता है। एेसे ही एक रिपोर्ट से चौंका देने वाली बात पता चली है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पुरुष पत्नी की पिटाई को सही ठहराते हैं। यह चौंकाने वाली रिपोर्ट यूएन (United Nations) की है जो घरेलू हिंसा को लेकर है। रिपोर्ट के मुताबिक 28 फीसदी लोग पत्नी की पिटाई को सही ठहराते हैं। इन 28 फीसदी लोगों को लगता है कि घरेलू झगड़े में पति अगर अपनी पत्नी को पीट दे तो कोई बात नहीं। हैरानी की बात है कि ये किसी एक पिछड़े देश की बात नहीं है। ये ग्लोबल रिपोर्ट है। इसके डाटा 80 फीसदी से भी ज्यादा के ग्लोबल पॉपुलेशन से जुटाए गए हैं।

इस रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया का हर 10 में से 9 आदमी महिलाओं को लेकर पूर्वाग्रह से ग्रस्त है। वो अभी भी महिलाओं को अपने बराबर मानने को तैयार नहीं है। हर 10 में से 9 आदमी महिलाओं को कमतर मानता है। यूएन की इस रिपोर्ट का कहना है कि हर 10 में से 9 आदमी ये सोचता है कि यूनिवर्सिटी की पढ़ाई पुरुषों के लिए ज्यादा अहम है। इसी तरह से इनलोगों का ये भी मानना है कि पुरुषों को महिलाओं की तुलना में जॉब की जरूरत ज्यादा है।
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