धमाके के कारणों का पता लगाने कहा गौरतलब है कि विस्फोट पेशावर के दीर कॉलोनी में हुआ है। पुलिस ने विस्फोट की पुष्टि करते हुए बताया कि धमाके के कारणों का पता लगाने की जांच जारी है। इस हमले में अब तक सात लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। विस्फोट के समय मदरसे में कुरान की पढ़ाई हो रही थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लेडी रीडिंग हॉस्पिटल के प्रवक्ता मोहम्मद असीम का कहना है कि सात शव अस्पताल लाए गए हैं, वहीं 70 लोग घायल हैं। घायलों में बच्चे भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सभी घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। असीम ने बताया कि अस्पताल में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है।
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने फेसबुक को लिखा खत, इस्लामोफोबिक कंटेंट हटाने का किया आग्रह 5 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल ऐसा कहा जा रहा है कि विस्फोट में आईईडी का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने कहा कि इस विस्फोट में 5 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया है। इस इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। सबूत एकत्र किए जा रहे हैं। बीते दिनों खैबर पख्तूनख्वा इलाके में विस्फोट हुआ था, इसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी।
एक अन्य पुलिस अधिकारी का कहना है कि यह विस्फोट मदरसे में कुरान की पढ़ाई के दौरान हुआ। ऐसा कहा जा रहा है किसी ने मदरसे में विस्फोटकों से भरा बैग रखा था। पुलिस अधिकारी मोहम्मद अली गंदापुर ने इसकी पुष्टि कर कहा कि घायलों में दो शिक्षक भी शामिल हैं।