कोरोना संकट: संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में दावा, वैश्विक मंदी के कारण खतरे में हजारों बच्चों की जान अमरीका ने बीते सोमवार को 15.5 करोड़ डॉलर की हारपून ब्लॉक-2 एयर लॉन्चड मिसाइलें और हल्के वजन के टॉरपीडो भारत को बेचने की मंजूरी दी थी। इस पर पाकिस्तान की परेशानियां बढ़ गईं है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता आइशा फारुकी के अनुसार अमरीका का भारत को मिसाइलों की बिक्री क्षेत्रीय शांति के लिए बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि जब सारी दुनिया महामारी से लड़ रही है, ऐसे में रक्षा सौदा दोनों के बीच तनाव पैदा करने वाला कदम है। ये दक्षिण एशिया को और अस्थिर करेगा।
बता दें कि पेंटागन ने रक्षा सौदे के बारे में अमेरिकी संसद को अवगत कराते हुए कहा कि भारत हारपून ब्लॉक-2 और एमके-54 का इस्तेमाल क्षेत्रीय खतरों से निपटने और अपनी धरती की सुरक्षा बढ़ाने के लिए करेगा।
गौरतलब है कि पाकिस्तान लगातार सीमा पर गोलीबारी कर रहा है। शुक्रवार को उसने जम्मू—कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर बने रिहायशी इलाके पर जमकर गोलीबारी की। इस दौरान कई चौकियों पर भी हमला किया गया। इसके जवाब में भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। अमरीका से हुए रक्षा से सौदे से भारत की सीमाएं और मजबूत होगी। पाक को इन हथियारों का डर सताने लगा है।