इस्लामाबाद। वास्तविक नियंत्रण रेखा ( LAC ) पर भारत-चीन के बीच कई महीनों से जारी तनाव के बीच पाकिस्तान भी LoC पर सक्रिय हो गया है। इस बीच भारतीय वायुसेना ( Indian Air Force ) में आधुनिक तकनीकों और हथियारों से युक्त रफाल लड़ाकू विमान ( Rafale Fighter Jet ) के शामिल होने के बाद से पाकिस्तान-चीन की बेचैनी बढ़ी हुई है। ऐसे में पाकिस्तान-चीन ( Pakistan China ) भारत पर दोतरफा वार करने की रणनीति पर लगातार काम कर रहे हैं।
अब पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ( Pakistan Foreign Minister Shah Mehmood Qureshi ) गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर चीन पहुंचे हैं। कुरैशी चीन-पाकिस्तान विदेश मंत्रियों के रणनीतिक वार्ता के दूसरे दौर में भाग लेने के लिए बीजिंग की यात्रा पर हैं। यात्रा पर रवाना होने से पहले एक वीडियो संदेश जारी किया।
वीडियो संदेश में कुरैशी ने कहा कि वह 'चीन की बहुत महत्वपूर्ण यात्रा' पर जा रहे हैं। उन्होंने यात्रा से पहले प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ चर्चा की है। पाकिस्तानी मीडिया डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, कुरैशी ने कहा 'मैं चीन की बहुत महत्वपूर्ण यात्रा पर जा रहा हूं। मैंने कल (बुधवार) इस यात्रा के संबंध में प्रधान मंत्री के साथ चर्चा की। मेरा प्रतिनिधिमंडल देश के राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व के रुख का प्रतिनिधित्व करेगा। मुझे उम्मीद है कि विदेश मंत्री वांग यी ( China's Foreign Minister Wang Yi ) के साथ मेरी मुलाकात दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबित होगी।'
कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर होगी चर्चा
पाकिस्तान विदेश कार्यालय ( Pakistan Foreign Office ) की ओर से जारी बयान के मुताबिक, विदेश मंत्री कुरैशी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चीन के हैनान प्रांत का दौरा करेंगे। वहां पर वे पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।
इस बैठक में चीन के विदेश मंत्री और हेनान प्रांत ( Henan Province ) के पार्षद वांग यी से बातचीत करेंगे। दोनों पक्षों में बातचीत के दौरान कोविड-19 ( Covid-19 ), द्विपक्षीय संबंधों और आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर सहयोग पर चर्चा होगी।
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बयान में आगे कहा गया है कि विदेश मंत्री का यह दौरा पाकिस्तान-चीन 'ऑल-वेदर स्ट्रेटेजिक कोऑपरेटिव पार्टनरशिप' ( All-Weather Strategic Cooperative Partnership ) को और भी अधिक मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। बता दें कि इससे पहले चीन-पाकिस्तान विदेश मंत्रियों के रणनीतिक वार्ता का पहला दौर मार्च 2019 में हुआ था।