इस विशेष मौके पर भंडारी ने कहा कि इस चित्र रचना के माध्यम से महात्मा गांधी की 151वीं जयंती को दर्शाने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी द्वारा अपनाए गए शांति व अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए हमने अपने युवाओं को प्रेरित किया है।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष पर दांडी यात्रा से दिया शांति और अहिंसा का संदेश
दूसरी तरफ नेपाल के राष्ट्रपति भवन में ‘मैले बुझेको गांधी’ शीर्षक वाली पुस्तक का भी विमोचन किया गया। इस विशेष समारोह में भारत के राजदूत विनय मोहन त्रिपाठी भी मौजूद थे।
भारतीय दूतावास ने प्रेस नोट जारी करते हुए इसकी जानकारी भी दी है। इसमें बताया गया है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 151 वीं जयंती को दर्शाने के लिए और ‘महात्मा गांधी के 150 वर्ष’ के दो साल पूरे होने के समारोह को चिह्नित करने के लिए इसे जारी किया गया।