ईरान अमरीका में तनाव: ईरान ने कहा ज्यादा प्रतिबंध लगाने से US का सैन्य अड्डा खतरे में

अगर अमरीका ने अतिरिक्त प्रतिबंध लगाए तो क्षेत्रीय अमरीकी सन्य अड्डे खतरे में पड़ सकते हैं।

तेहरान: ईरान ने अपने रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प को आतंकवादी समूह घोषित करने के खिलाफ अमरीका को चेतावनी दी है और कहा है कि अगर अमरीका ने अतिरिक्त प्रतिबंध लगाए तो क्षेत्रीय अमरीकी सन्य अड्डे खतरे में पड़ सकते हैं। ईरान की यह चेतावनी सरकारी मीडिया ने रविवार को प्रकाशित की है। ईरान की यह चेतावनी ऐसे समय में सामने आई है, जब इसके पहले व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी नई ईरान रणनीहित के हिस्से के रूप में ईरान के मिसाइल परीक्षणों, आतंकवाद और साइबर अभियानों के समर्थन के लिए नए कदमों की की घोषणा करेंगे।
अमरीका के साथ संवाद हो जाएगी खत्म

प्रेस टीवी के अनुसार, गार्ड के कमांडर मोहम्मद अली जाफरी ने कहा, “अगर अमरीका प्रतिबंधों के नए कानून पारित करता है, तो उसे अपने सैन्य अड्डे ईरानी मिसाइल की 2,000 किलोमीटर की मारक क्षमता से दूर लगाने होंगे। जाफरी ने यह भी कहा कि अतिरिक्त प्रतिबंधों के बाद अमेरिका के साथ भविष्य में संवाद की संभावना समाप्त हो जाएगी।
ईरान अमरीका में तनाव

दरअसल ईरान और अमरीका के बीच मिसाइल कार्यक्रम को लेकर तनाव बरकरार है। ईरानी सेना और सरकार ने बैलेस्टिक मिसाइल को सर्वसम्मति से बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई है। ईरान ने अमरीकी की चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए पिछले महीने छोटी दूरी का एक मिसाइल परीक्षण किया था। जिसके बाद गुस्साए अमरीका ने मिसाइल परीक्षण के लिए ईरान पर प्रतिबंध लगा दिए हैं।
ट्रंप ने प्रस्ताव पर किए हस्ताक्षर

ट्रंप प्रशासन ने ईरान में बैलेस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में शामिल लोगों या ईरान से व्यापार करने वालों पर जुर्माना लगाने वाले प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किया है। दरअसल ईरान के मिसाइल परीक्षण का कार्यक्रम एक सैन्य अड्डे पर किया गया था। जिसके बाद अमरीका और ईरान में तनातनी बढ़ गई । अब ईरान ने अमरीका को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि अगर अमरीका अब प्रतिबंध के दिशा में कोई भी कदम उठाएगा तो उसका सैन्य अड्डा खतरे में आ जाएगा।
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