ग्लोबल टाइम्स के अनुसार भारत लगातार सेना को जुटाने में लगा हुआ है। वह यहां पर युद्धभ्यास कर रहा है। चीनी अखबार का कहना है कि पीएलए ने मल्टिपल रॉकेट लॉन्चर, तोपें, एंटी टैंक मिसाइल, एंटी एयरक्राफ्ट गन, हल्के टैंक और अटैक हेलीकॉप्टर अपनी उत्तर पश्चिमी सीमा में तैनात किए हैं। इस हथियारों से उच्चाई वाले क्षेत्र में अच्छी लड़ाई लड़ी जा सकती है।
भारत ने अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर तैनात किए चीनी अखबार का कहना है कि भारत के अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं। इससे प्रतीत होता है कि भारत कोई बड़ी योजना बना रहा है। भारत ने अग्रिम मोर्चों पर अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर तैनात किए हैं। इसके अलावा भारत ने गलवान घाटी में टी-90 टैंक की तैनाती की है। ग्लोबल टाइम्स का दावा है कि पीएलए के हथियार ऊंचाई वाले इलाकों में युद्ध के लिए खास उपयोगी हैं। उसने कहा कि चीनी हथियार भारत के हथियारों को तबाह कर सकते हैं।
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में करीब 3 हफ्ते तक सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति के बाद चीन भारत की ओर से सकारात्मकता उम्मीद रख रहा है। लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को भारत और चीन की सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद से एक ओर चीनी नेता शांति की बात कर रहे थे, तो दूसरी ओर चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) अपनी मजबूती बढ़ाती जा रही थी।
चीन के सैनिक पीछे हटे अमरीका की ओर से आईं ताजा सैटलाइट तस्वीरों में दिखता है कि चीन के सैनिक सीमा से पीछे हटे हैं। दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच हुई वार्ता का असर दिख रहा है। अमरीका की स्पेस टेक्नॉलजी कंपनी मैक्सर (Maxar) ने गलवान घाटी की ताजा तस्वीरें जारी की हैं जिन्हें ओपन सोर्स इंटेलिजेंस अनैलिस्ट डिट्रेसफा (Detresfa) ने ट्वीट किया है। इन तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि जहां पहले चीन के सैनिक मौजूद थे और सेना ने पोजिशन लेकर रखी थी, वहां से वे पीछे हटना शुरू हो चुके हैं। भारत और चीन के बीच बातचीत के बाद इस पर सहमति जताई गई थी। सैटलाइट तस्वीरों में बताया गया है कि चीन की सेनाआएं ककरोबेड़ा से 1.2 किमी तक पीछे हट गई हैं।