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100 फुट लंबा और 16 फुट चौड़ा था रॉकेट
संभावना जताई जा रही थी कि यह रॉकेट चार में में गिर सकता है। जिसमें तीन पानी और एक जमीन की कक्षा थी। 2021-035 बी नाम से विख्यात यह रॉकेट 100 फुट लंबा है और इसकी चौड़ाई 16 फुट थी। वायुमंडल में प्रवेश करने पर इसका बड़ा हिस्सा जल गया और बाकी पानी में जा गिरा। पहले के अनुमान के अनुसार यह रॉकेट दक्षिणपूर्वी अमरीका, मेक्सिको, मध्य अमरीका, करेबियन, पेरू, ईक्वाडोर कोलंबिया, वेनेजुएला, दक्षिण यूरोप, उत्तर या मध्य अफ्रीका, मध्य पूर्व, दक्षिण भारत या ऑस्ट्रेलिया में गिर सकता है। वहीं धरती पर पानी ज्यादा होने के कारण नुकसान कम होने की बात भी स्वीकारी गई थी।
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यह भी थी आशंका
इससे पहले इसके पेइचिंग, मैड्रिड या न्यूयॉर्क में गिरने की आशंका थी। इसकी तेज गति के कारण लैंडिंग की जगह की पुष्टि कर पाना मुश्किल था। अनियंत्रित होने के बाद यह रॉकेट धरती की ओर बढऩे लगा और इसके धरती से टकराने पर नुकसान की आशंका जताई थी। जानकारों की मानें तो धरती के नजदीक आने पर इस चीनी रॉकेट का काफी हिस्सा जलकर राख होने की भी बात कही थी। चीन ने इस रॉकेट की मदद से अंतरिक्ष में बनाए जाने वाले अपने स्पेस स्टेशन का पहला हिस्सा भेजा था। इस मॉड्यूल का नाम तियान्हे रखा गया है।