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नेपाल के बेस कैंप में 30 कोरोना पर्वतारोही
अप्रैल के आखिरी सप्ताह में एवरेस्ट की चोटी पर कोविड 19 का पहला मामला सामने आया था। जिसके बाद कई पर्वतारोहियों के कोविड 19 से शिकार होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए दुनिया की सबसे उंची चोटी के बेस कैंप से 30 से अधिक कोविड 19 के शिकार पर्वतारोहियों को बाहर निकाला गया था। मौजूदा समय में नेपाल कोविड की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। चीन भी पहाड़ के उत्तरी किनारे पर स्थित अपने बेस कैंप में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव व नियंत्रण उपायों को बढ़ाने का काम कर रहा है। जिसमें एवरेस्ट के प्राकृतिक क्षेत्र में गैर-पर्वतारोही पर्यटकों को प्रवेश करने से मना किया जाएगा।
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बनाई जाएगी सीमा रेखा
मीडिया रिपोर्ट में तिब्बती अधिकारियों ने कहा ह कि उत्तर और दक्षिण ढलानों पर या शीर्ष पर पर्वतारोहियों के बीच संपर्क से बचने के लिए रोकथाम के उपाय किए जाएंगे। तिब्बत पर्वतारोहण संघ के प्रमुख ने मीडिया रिपोर्ट में कहा है कि माउंटेन गाइड पर्वतारोहियों को चढ़ाई शुरू करने की अनुमति देने से पहले पर्वत के शिखर पर सीमा रेखा बनाएंगे। अधिकारियों की ओर से इस बारे में कोई ज्यादा जानकारी नहीं दी है। कोरोना संक्रमण के कारण चीन ने पिछले साल से ही विदेशी नागरिकों के पर्वतारोहण पर रोक लगा दी थी।