पहले की तरह क्रूर नहीं रहा
चीन की तरफ से कहा गया है कि तालिबान अब खुला नजरिया रखता है और वो काफी विवेकशील है। वह हमारी आशाओं पर खरा उतरेगा। इसमें महिला के अधिकार की रक्षा की बात भी कही गई है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुया चुनिइंग का कहना है कि हालांकि, अभी स्थिति पूरी तरह से साफ नहीं हुई है। विश्वास है कि अफगान तालिबान अब गुजरे हुए कल को दोहराएंगे नहीं। अब उनका नजरिया साफ है, पहले की तुलना में।
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चीन विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता के अनुसार तालिबान के नेता और उनके प्रवक्ताओं ने खुलकर कहा है कि तालिबानी संगठन लोगों की समस्याएं खत्म करने की दिशा में काम करेगी। मीडिया से बातचीत में जब हुया से पूछा गया कि क्या चीन ने तालिबान से बातचीत करी है। क्या तालिबान अफगानिस्तान में सरकार बनाएगा तब क्या बीजिंग उसे मान्यता देगा?
अफगान-तालिबान से बातचीत कर रहा
इसके जवाब में हुया ने कहा कि दरअसल, हम देश की संप्रभुता का सम्मान करते हैं। बीते कुछ दिनों में अफगानिस्तान में हुए बदलाव के बाद चीन लगातार अफगान-तालिबान से बातचीत कर रहा है। चीन को साफ करना है कि अफगान में सरकार बनने के बाद यह तय करा जाएगा कि उनसे डिप्लोमैटिक रिश्ते रखने हैं या नहीं।
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चीनी विदेश मंत्रालय का कहना है कि ‘हम उम्मीद करते हैं कि अफगान की नई सरकार मुक्त, समावेशी व व्यापक प्रतिनिधित्व वाली होगी। अफगान मामले में चीन की नीति स्पष्ट व सुसंगत है।’ चीन का दावा है कि तालिबान ने कहा है कि वो सभी के साथ समान व्यवहार करेगा। वो पूर्व सरकारी कर्मचारियों से अच्छा व्यवहार रखेगा, महिलाओं के बोलने की आजादी का सम्मान करेगा। इसके साथ रोजगार और शिक्षा के अधिकार का भी सम्मान करेगा।