काबुल पुलिस के प्रवक्ता फर्दवस फरामर्ज ने धमाके की पुष्टि करते हुए बताया है कि मस्जिद के इमाम मुफ्ती नईमन की भी हमले में मौत हो गई। वहीं, इस धमाके में अन्य 15 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने आगे बताया कि नमाज शुरू होने के कुछ सेकेंड के बाद ही यह धमाका हुआ।
अफगानिस्तान में हुए बम धमाके से करीब 12 लोगों की मौत, तालिबानियों ने ली जिम्मेदारी
फिलहाल, किसी भी आतंकी संगठन ने इस धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि, प्राथमिक जांच से पता चलता है कि शायद इमाम को निशाना बनाकर यह हमला किया गया है। बता दें कि इस हमले के बाद की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें तीन शव मस्जिद में खून से लथपथ नजर आ रहे हैं। इसमें एक नाबालिग भी है।
तीन दिन के लिए संघर्षविराम
आपको बता दें कि यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है जब अफगान सरकार और तालिबान के बीच शांति बहाली को लेकर लगाताल वार्ता चल रही है और इसी कड़ी में ईद-उल-फितर के मद्देनजर तीन के लिए संघर्षविराम की घोषणा की गई है। तालिबान की ओर से बीते दिनों ईद को देखते हुए तीन दिनों के सीजफायर का ऐलान किया गया था, लेकिन उसके बाद भी हिंसा की घटनाएं जारी हैं।
काबुल ब्लास्ट में राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इस आतंकी संगठन को ठहराया जिम्मेदार, अब तक 40 की मौत
मालूम हो कि अफगानिस्तान में इस साल रमजान महीने के दौरान हुए आतंकी हमलों में करीब 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले पिछले साल भी ईद के दौरान जुमे की नमाज के वक्त राजधानी काबुल के पश्चिम में स्थित शेरशाह सूरी मस्जिद में एक धमाका किया गया था, जिसमें इमाम समेत चार लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, इस धमाके में कई अन्य लोग घायल भी हुए थे।