वेस्ट यूपी की खेल प्रतिभाओं को मिलेगी अपनी मंजिल, 25 एकड़ जमीन पर बनेगा खेल विश्वविद्यालय
दिल्ली से आजमगढ़ जा रहा था परिवार
यहां बता दें कि पिछले दिनों की भांति मंगलवार को भी हापुड़ सीमा वाले ब्रजघाट के पार्किंग स्थल पर मजदूरों की खासी भीड़ थी। यहीं दिल्ली से आजमगढ़ स्थित गांव अहरौली जा रहे देवीदान उर्फ अनिल और उसकी पत्नी लक्ष्मी का परिवार भी फंसा था। इस बीच गढ़ पुलिस को पता चला कि उनके 13 साल बेटे आशीष का आज जन्मदिन है। जिस पर एएसपी सर्वेश मिश्रा ने बच्चे का जन्मदिन मनाने का इंतजाम स्थानीय पुलिस से करने को कहा। पुलिस कर्मी केक और गुब्बारों के साथ पहुंची और बच्चे से केक कटवाया।
कोरोना कर्मवीर: सफेद टोपी पहने कड़ी धूप में मजदूरों की निगरानी करता है ये शख्स
ट्रांसपोर्ट कम्पनी में करते थे काम
इस दौरान ट्रांसपोर्ट कंपनी में कामकाज करने वाले देवीदान ने बताया वह दो बेटे और चार बेटियों का पिता है। दो बेटियों की शादी हो चुकी है। एक बेटा और दो बेटी गांव में है। आशीष और उसकी मां दिल्ली से गांव को लौट रहे हैं। बेटे द्वारा जन्मदिन मनाए जाने की जिद करने पर 112 नंबर पर सूचना दी गई। इसके आधार पर पुलिस ने कार्यक्रम आयोजित किया। मां लक्ष्मी ने बताया कि ब्रजघाट में पुलिस द्वारा बेटे का जन्मदिन मनाने से सारी थकान दूर हो गई। वे कभी पुलिस के इस काम को नहीं भूलेंगी।