तेजी से सुधार के साथ रेड से ऑरेंज जोन में पहुंचा यूपी का ये जिला, तबलीगी जमातियों ने बिगाड़ा था गणित
मेरठ से करती हैं ड्यूटी
यहां बता दें कि मेरठ के इंदिरा नगर ब्रह्मपुरी निवासी सुरभि शर्मा पत्नी राजन शर्मा जिला अस्पताल अमरोहा में स्टाफ नर्स है। वह रोजाना मेरठ से आती-जाती हैं। सुरभि के मुताबिक 24 अप्रैल को वह ड्यूटी करके मेरठ घर लौटी थी। इस बीच जिला अस्पताल अमरोहा का एक स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव मिला। एहतियात के तौर पर सुरभि ने 29 अप्रैल को मेरठ मेडिकल कॉलेज में अपना सैंपल कराया। गुरुवार रात करीब दस बजे उनके पति के मोबाइल पर मेडिकल कालेज से कॉल आई कि उनकी पत्नी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह पति के साथ मेडिकल कालेज पहुंची।
Lockdown: Red Zone में शामिल इस जिले में शराब को लेकर लिया गया बड़ा फैसला
नहीं मिले सिमटम
पति राजन ने बताया कि डाक्टरों ने कहा आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाना था। लेकिन डाक्टरों ने उन्हें आइसोलेशन वार्ड में जाने से रोक दिया। पति राजन के मुताबिक डाक्टरों ने कहा, सुरभि में सिमटम नहीं मिले हैं। उनकी दोबारा जांच की जाएगी। इसके बाद दोनों को घर भेज दिया गया। तीन साल की बेटी और परिवार के सात सदस्यों ने कैसे रात काटी यह वही बता सकते हैं। राजन ने इसे मेडिकल कालेज की घोर लापरवाही बताया है।
अच्छी खबर: कोरोना मुक्त हुआ यूपी का शामली, 18वें राेगी की रिपाेर्ट भी आई नेगेटिव
झाड़ा पल्ला
उधर मेरठ मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डा. धीरज बालियान ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि हार्ड कॉपी पर मिस प्रिंटिंग के कारण गलतफहमी हो गई, लेकिन मेल की रिपोर्ट से स्थिति साफ है। वहीँ अब रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अमरोहा प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।