अमृतसर। पंजाब के अमृतसर में बुधवार को सीबीआई का एडीजीपी (क्राइम) एक बैंक मैनेजर को अपनी ठगी का शिकार बनाते हुए पकड़ा गया। आरोपित के कब्जे से फर्जी पहचान पत्र और कई फर्जी दस्तावेज मिले हैं। यह नकली एडीजीपी खुद को लोगों को नौकरी लगवाने का लालच देकर फंसाता था। आरोपी की पहचान महाराष्ट्र के नांदेड़ जिला स्थित गगनपुरा न्यू गोंडा निवासी प्रवीण कुमार के रूप में हुई है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि फर्जी एडीजीपी अमृतसर के अलावा कई जिलों में लोगों को झांसा देकर ठगी कर चुका है।
नौकरी दिलाने के नाम पर लिए 1.6 लाख रुपये
आरोपी एक्सिस बैंक के डिप्टी मैनेजर दिलप्रीत सिंह को अच्छी तरह जानता था। पहले भी कई बार इससे बैंक में मिलता रहा है। वह दिलप्रीत को काफी दिनों से सीबीआई में बतौर इंस्पेक्टर नौकरी लगवाने का झांसा दे रहा था। मामला 15,00,000 में तय हुआ था। फर्जी एडीजीपी ने कुछ दिन पहले दिलप्रीत से 1.6 लाख रुपए टोकन मनी के नाम पर ले लिए थे।
पत्नी का अकाउंट बैक में
बताया जाता है कि कई बार की मुलाकात में बैंक के डिप्टी मैनेजर को अपने शिकंजे में फंसा लिया था। उसकी पत्नी का खाता इसी बैंक में है। वह पहले पत्नी के खाते की जानकारियां लेने के बहाने डिप्टी बैंक मैनेजर के पास पहुंचा था। जान-पहचान बनाने के बाद उसे नौकरी का झांसा दिया था। रुपये लेने के बाद भी नौकरी के बारे में कुछ नहीं हुआ। शक होने पर डिप्टी बैंक मैनेजर ने अमृतसर पुलिस को शिकायत की। इसक बाद फर्जी अधाकरी पुलिस ने धरदबोचा।