राज्य में Health Emergency, आज से Night Curfew और कल से weekend Lockdown, पढ़ें क्या होगा

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा- राज्य में स्वास्थ्य आपातिस्थित, यात्रा पर लग सकती है रोक
अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, पटियाला और एसएएस नगर में बाजार, वाहनों पर फिर कड़े प्रतिबंध लगाए गए

<p>Captain amarinder singh</p>
चंडीगढ़। राज्य में बढ़ रहे कोविड-19 के मामलों से निपटने के लिए पंजाब में शुक्रवार से नए प्रतिबंध लागू हो गए हैं। 22 जिलों के सभी शहरों और कस्बों में शाम सात बजे से प्रातः पांच बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा। पंजाब में वीकंड लॉकडाउन का एक बार फिर ऐलान किया गया है। बसें और यातायात वाहन 50 प्रतिशत क्षमता और प्राइवेट कारें 3 सवारियों के साथ ही चलेंगी। कोरना से बुरी तरह प्रभावित पांच जिलों में रोजाना गैर जरूरी वस्तुओं की सिर्फ 50 प्रतिशत दुकानें ही खुलेंगी। राज्यभर में सिर्फ विवाह और अंतिम संस्कार की रस्मों को छोड़ कर हर तरह की सभाओं पर पाबंदी लगा दी गई है।
31 अगस्त तक प्रतिबंध
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह का कहना है कि यह युद्ध जैसी तैयारी है। इसी कारण आपातकालीन कदमों का ऐलान किया गया है। 31 अगस्त तक सिर्फ विवाह और अंतिम संस्कार की रस्मों को छोडक़र राज्य भर में हर तरह की सभाओं पर पाबंदी के आदेश दिए हैं। राज्य में रोजाना कोविड के बढ़ते मामलों और मौतों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य में कोविड की स्थिति की समीक्षा के लिए उच्च अधिकारियों के साथ की गई वीडियो कॉन्फ्रेंस मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार इस महीने के अंत तक सभी सरकारी और प्राइवेट कार्यालय 50 प्रतिशत स्टाफ के साथ खुलेंगे। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अधिकारियों को यह भी हुक्म किया कि वह सरकारी दफ्तरों में लोगों की अवाजाही को सीमित करें। ऑनलाइन शिकायत निवारण व्यवस्था को बढ़ावा दें।
पांच जिलों में अधिक सख्ती
कोविड मामलों से बुरी तरह प्रभावित पाँच जिलों अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, पटियाला और एस.ए.एस.नगर में फिर कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। बसों और अन्य सार्वजनिक यातायात के साधनों को 50 प्रतिशत क्षमता और निजी चार पहिया वाहन को प्रति वाहन तीन सवारीयों तक चलाने की आज्ञा होगी। किसी भी निजी वाहन में तीन से अधिक सवारीयां नहीं बैठ सकेंगी। डिप्टी कमीश्नर्स को यह भी निर्देश दिए हैं कि भीड़ पर कंट्रोल करने के लिए रोजाना गैर जरूरी वस्तुओं वाली सिर्फ 50 प्रतिशत दुकानें ही खोली जाएँ। राज्य भर के कुल एक्टिव मामलों की 80 प्रतिशत संख्या सिर्फ इन पाँच जिलों में ही है।
राजनीतिक सभाएं भी नहीं होंगी
मुख्यमंत्री ने डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता को निर्देश दिए कि विवाह समारोहों और अंतिम संस्कार के समय इजाजत दिए गए व्यक्तियों की संख्या और 31 अगस्त तक राजनैतिक सभाओं पर मुकम्मल पाबंदी सम्बन्धी बनाए गए नियमों का सख्ती से पालन यकीनी बनाया जाये। स्थिति की समीक्षा 31 अगस्त को की जायेगी। उन्होंने डी.जी.पी. को हर प्रकार के राजनैतिक धरनों और सभाओं पर सख्ती से कार्यवाही करने के लिए निर्देश देते हुए पंजाब कांग्रेस पार्टी की लीडरशिप को भी पाबंदियों का पूर्ण रूप से पालन करने को यकीनी बनाने के लिए कहा।
बिगड़ सकती है स्थिति
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा, ‘‘अब बहुत हो चुका है और आपको राज्य की आर्थिक गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए सख्त कदम उठाने चाहिए।’’ राज्य में अब तक कोविड से हुई 920 मौतों की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हर मौत से मुझे दुख होता है और आने वाले हफ्तों में स्थिति के बिगडऩे की संभावनाएं हैं।’’ राज्य इस समय स्वास्थ्य सम्बन्धी आपातस्थिति का सामना कर रहा है जिसके परिणामस्वरूप सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। आने वाले दिनों के दौरान कोविड पर नकेल कसने के लिए और भी तेजी लाई जा सकती है। हालाँकि मौजूदा समय में शहरी क्षेत्रों में ही मामले देखने को मिल रहे हैं परन्तु ग्रामीण क्षेत्रों में भी मामलों की संख्या बढ़ रही है। जरूरत पडऩे पर सफर करने सम्बन्धी पाबंदियां भी लगाई जा सकती हैं।
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