उस जमीन पर बालेसर साहू ने अपना मकान बना लिया और उनका परिवार सहित रहने लगे। इस बीच 23 अगस्त को बालेसर साहू व उनकी घर की महिलाओं पर मकान कब्जे के आरोप में कल्लू यादव ने मकान कब्जे के नाम पर हमला किया गया। उन्हें लाठी डंडे से मारा पीटा गया। इस बात की शिकायत जब उन्होंने 112 डायल कर पुलिस को दी, तो पुलिस बालेसर साहू व उनकी पत्नी को थाने उठा ले गयी। जब बालेसर साहू अपने घर आये तो अपना समान रख कर फिर से रहने लगे। कल्लू यादव ने थाने जाकर संग्रामपुर थाना प्रभारी से शिकायत की और कहा कि हमारे मकान पर बालेसर साहू ने कब्जा कर लिया। थाना प्रभारी ने शिकायत मिलते ही बालेसर साहू के घर सिपाहियों को भेज कर बालेसर के परिवार में रह रहे औरतों और बच्चों को बाहर निकाल कर ताला लगा दिया। अब बालेसर का परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है।
इस मामले में स्थानीय लोगों ने बताया कि पूर्व प्रधान ने कल्लू यादव को पट्टा दिया था। कल्लू यादव के चाचा ने पट्टा बेच दिया। बालेसर का परिवार पिछले 15-20 सालों से इस मकान में रह रहा है लेकिन पुलिस बालेसर के परिवार को बाहर निकाल कर घर मे ताला लगा दिया।
145 की कार्रवाई करते हुए लगा ताला वहीं सीओ पीयूष कांत राय का इस मामले में कहना है कि मकान पर दो पक्षों का कब्जेदारी को लेकर विवाद था। एक पक्ष कहता था कि यह मकान हमारा है और दूसरा पक्ष कहता था यह मकान हमार है। इस बात को लेकर झगड़ा लड़ाई हो रहा था। इसको देखते हुए पुलिस ने 145 की कार्रवाई करते हुए मकान में ताला लगवा दिया गया है। ताकि कोई संगीय अपराध न हो और लेखपाल के भेज कर जांच करवाया जारहा है।
ये भी पढ़ें: कानपुर में तेज धमाका, चार बुरी तरह हुए घायल