ट्रंप पर महाभियोग को लेकर डेमोक्रेट्स में तीखे मतभेद, सबसे बड़ी बाधा बनीं हाउस स्पीकर पेलोसी

Donald Trump Impeachment: डेमोक्रेट्स लंबे समय से ट्रंप पर महाभियोग की मांग कर रहे हैं, लेकिन स्पीकर नैंसी पेलोसी इसके पक्ष में नहीं हैं।

वाशिंगटन। रविवार को अमरीका की राजधानी वाशिंगटन के कैपिटल हिल में काफी गहमा-गहमी देखी गई। डेमोक्रेट्स एक बार फिर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump ) पर महाभियोग चलाने को लेकर कोई राय बनाने में नाकाम रहे। कई बार की कोशिशों के बाद भी ट्रंप पर महाभियोग को लेकर डेमोक्रेट्स किसी नतीजे पर पहुंचते दिखाई नहीं दे रहे हैं। एक तरफ जहां डेमोक्रेट्स का एक गुट ट्रंप पर महाभियोग का प्रस्ताव लाने पर अमादा है, वहीं दूसरी तरफ हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी ( Nancy Pelosi ) इस कदम में सबसे बड़ी रुकावट बनकर उभरी हैं। सदन में प्रमुख उदारवादी के रूप में पहचानी जाने वाली पेलोसी राष्ट्रपति ट्रंप पर महाभियोग लाने के सख्त खिलाफ हैं।

 

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महाभियोग पर रार

अमरीकी मीडिया की खबरों में बताया गया है कि नैंसी पेलोसी के भारी विरोध के चलते ट्रंप एक बार फिर इम्पीचमेंट का सामना करने से बच गए। डेमोक्रेट्स सांसद पिछले महीने से इस मिशन के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं। रविवार को कांग्रेस की न्यायपालिका समिति के अध्यक्ष एवं पेलोसी के प्रमुख सहयोगी तथा ट्रंप के खिलाफ सुनवाई की अध्यक्षता करने वाले जेराल्ड नगलर ने डेमोक्रेटिक पार्टी के सुप्रीम नेता के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। बताया जा रहा है कि कई डेमोक्रेट्स पेलोसी पर प्रतिबंध लगाने और महाभियोग आंदोलन में शामिल होने की तैयारी कर रहे थे।

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डेमोक्रेट्स में उभरे मतभेद

रविवार को डेमोक्रेट्स के आपसी मतभेद के बाद पेलोसी ने हालात पर तेजी से काबू पाया। उन्होंने अपने शीर्ष सहायकों को देर रात एक बैठक में बुलाया और योजना बनाई। जब पार्टी के छह नेता एक समान सुर में बोल रहे थे, पेलोसी ने हालात पर काबू पाया और अपने लोगों को इस बात के लिए राजी कर लिया कि ‘सभापति सदन को स्पष्ट करेंगी कि ट्रंप पर महाभियोग लाना एक भयानक विचार क्यों हैं ?’

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बचाव में पेलोसी

हाउस डेमोक्रेट्स से बातचीत के बाद पेलोसी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “रिपब्लिकन अपने ही रंग में सराबोर हैं, बेहतर है उन्हें कुछ दिन आशावाद की झूठी नींद सोने दिया जाए।” उन्होंने तर्क दिया कि डेमोक्रेटिक कॉकस के बहुमत ने महाभियोग का समर्थन नहीं किया है और पार्टी को, उदार रिपब्लिकनस को पहले इस मुद्दे पर अपने भरोसे में लेना चाहिए। पेलोसी ने कहा, “एक राष्ट्रपति ने संविधान को रौंदने की धमकी दी है। क्या उसके लिए महाभियोग काफी है?” बताया जा रहा है कि पेलोसी से बहस के बाद नडलर मीटिंग छोड़कर चले गए और सार्वजनिक रूप से महाभियोग का समर्थन नहीं करने का फैसला किया।

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क्या मतभेद से उबरेंगे डेमोक्रेट्स

ट्रंप के खिलाफ अधिक आक्रामक तरीके से आगे बढ़ने के लिए हाउस डेमोक्रेट्स पर हाल के हफ्तों में दबाव बढ़ गया है। इस बीच पेलोसी ने अपने लोगों और पार्टी पर मजबूत पकड़ का प्रदर्शन किया है। असल में पेलोसी चाहती हैं कि ट्रंप को उनके कृत्यों के लिए जेल में डाला जाए और उनके 2020 का राष्ट्रपति चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाया जाए। एक तरफ जहां डेमोक्रेट्स यह मानते हैं कि ट्रंप पर महाभियोग लाकर उन्हें राष्ट्रपति पद से हटाना चाहिए, वहीं दूसरी तरफ पेलोसी का पक्ष है ऐसा करने से ट्रंप का विशेष नुकसान नहीं होगा और उल्टे उन्हें जनता की सहानुभूति मिलेगी।

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मजबूत है पेलोसी का पक्ष

जनवरी से पेलोसी ने अपनी जबरदस्त लीडरशिप का परिचय दिया है। उनके विरोधियों ने उन्हें कई बार रोकने की कोशिश की, लेकिन वह हर बार अपने कौशल से बच निकलने में कामयाब रही हैं। उनके सांसदों को याद है कि किस तरह उन्होंने पूर्व डेमोक्रेटिक कांग्रेस सदस्यों जेन हरमन और जॉन डिंगेल को भरे सदन में उनके कामों के लिए फटकार लगाई थी।

पेलोसी के मुख्य प्रतिद्वंदी स्टीफन एफ लिंच ने खुले रूप में यह स्वीकार किया है कि उन्हें उनके फैसलों से डिगाना फिलहाल कतई आसान नहीं है। लंबे समय से पेलोसी के सहयोगियों का कहना है कि उनका समर्थन करने के लिए भय बहुत बड़ा कारक है। राष्ट्रपति ट्रंप के बजाय आगामी चुनाव पर ध्यान केंद्रित करने वाली पेलोसी की मध्यावधि चुनाव की रणनीति ने डेमोक्रेट्स को पिछले साल बहुमत हासिल करने में मदद की थी। पार्टी ने उन 31 जिलों में जीत हासिल की, जहां ट्रंप 2016 में जीत गए थे। पेलोसी को पता है कि जरा सी चूक से डेमोक्रेटस उन सीटों को खो सकते हैं।

 

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