ड्रग्स रोकथाम के लिए इस एंकर ने पेश की बहादुरी की मिसाल, शो में सुनाई अपनी बेटी की मौत की दास्तान

दक्षिण डकोटा में मीडिया संस्थान सीबीएस से अनुबंधित केलो चैनल की एंकर ने ड्रग रोकथाम अभियान के लिए चलाए चैनल के एक स्पेशल सेगमेंट में अपनी 21 वर्षीय बेटी के खोने का दर्द और उसके पीछे की वजह बताई।

<p>ड्रग्स रोकथाम के लिए इस एंकर ने पेश की बहादुरी की मिसाल, शो में सुनाई अपनी बेटी की मौत की दास्तान</p>

दक्षिण डकोटा। किसी भी मां-बाप के लिए अपने बच्चों की मौत की कल्पना करना भी उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा दुख है, लेकिन अमरीका की एक मां ने कुछ ऐसा किया है जिसकी सब मिसाल दे रहे हैं। पेशे से एक पत्रकार इस महिला ने ड्रग ओवरडोज के खिलाफ जारी अभियान को दम देने के लिए अपनी बेटी की मौत की दुखभरी कहानी पूरी दुनिया के सामने साझा की।

21 वर्षीय बेटी के खोने का दर्द किया साझा

दक्षिण डकोटा में मीडिया संस्थान सीबीएस से अनुबंधित केलो चैनल की एंकर ने ड्रग रोकथाम अभियान के लिए चलाए चैनल के एक स्पेशल सेगमेंट में अपनी 21 वर्षीय बेटी के खोने का दर्द और उसके पीछे की वजह बताई। उस सेगमेंट में उन्होंने कहा, ‘अगर मेरी कहानी किसी एक ने भी सुनी और उस पर अमल किया तो मेरा लक्ष्य पूरा हो जाएगा। इसके बाद मुझे नहीं फर्क पड़ता कि कितने लोगों ने इसे अनसुना किया है।

किसी मां को न गुजरना हो उस दुख से

आपको बता दें कि ये सेगमेंट बुधवार को दिखाया गया। अपने दुखद अनुभव को साझा करते हुए एंकर ने कहा, ‘मुझे बस उस एक मां की चिंता है, जो मेरी बात सुनकर अपने बच्चे को इस दलदल में गिरने से बचाएगी। जिससे उसे जिंदगी में वो दुख नहीं होगा जो मुझे सहना पड़ा था।’

 

गौरतलब है कि उनकी बेटी एमिली ड्रग ओवरडोज की वजह से जिंदगी की जंग हार गई। सबसे ज्यादा दुखद ये रहा है कि उसकी मौत के तीन दिन बाद उसकी थेरेपी शुरू होनी थी। लेकिन उसके लिए देर हो गई। उनका कहना है कि, ‘एक मां के रूप में, मेरे दिल में एक खालीपन है जो हमेशा रहेगा। वो कभी नहीं भरेगा। मेरे दो और बच्चे हैं जिन्हें मैं प्यार करता हूं। मेरे पास प्यार करनेवाला पति है। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है जो मेरे सबसे बड़ी बेटी के जाने से हुई नुकसान की भरपाई कर दे।’

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