ऐसे में आम जरूरत की चीजें मुहैया नहीं हो पा रही थीं, तब मंच ने उनके लिये इलाज, परामर्श सहित रक्त, भोजन, फल, दूध उपलब्ध कराया। वहीं समाज ने नमस्ते डॉक्टर अभियान चलाया। इसका लाभ समाज के सैकड़ों लोगों ने लिया।
गौरतलब है कि कोरोना काल में डॉक्टर नियमित रूप से उपलब्ध नहीं थे। कई बीमार लोग डॉक्टर से सम्पर्क के लिये भटक रहे थे। इधर रौनियार समाज के लोगों ने रौनियार दर्पण को अपनी समस्याएं बताकर सहायता मांगी। ऐसे में रौनियार दर्पण टीम ने अपने ही समाज के 32 डॉक्टरों की एक टीम बनाई और इस अभियान को नाम दिया ‘नमस्ते डॉक्टर’ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सलाह कार्यक्रम।
डॉक्टर्स, मरीज और जरूरतमंद लोगों की पहली वर्चुअल मीट 23 मई को शुरु हुई। प्रति रविवार 3 से 6 बजे तक कुल 6 विशेषज्ञ डॉक्टरों को आमंत्रित कर जरूरतमंदों चिकित्सा सलाह दी जाने लगी। इस दौरान मरीजों को आवश्यक जांच की सलाह देकर एवं रिपोर्ट देखकर डाक्टरों ने दवाइयां बताईं।
इससे समाज के लोगों को काफी लाभ मिला। ‘नमस्ते डॉक्टर’ अभियान में कुल 27 डाक्टरों ने नि:शुल्क सेवा दी। 5 रविवार तक चले इस अभियान में प्रदेश के सैकड़ों रौनियार जन शामिल हुए। 20 जून को इस अभियान का समापन हुआ। कुछ डॉक्टर मुम्बई, पूना, भिलाई, रायपुर, अम्बिकापुर, रायगढ़, जशपुर एवं सूरजपुर आदि स्थानों से भी जुड़े। रौनियार दर्पण की ओर से सभी डॉक्टरों को ‘सम्मान पत्र’ भेंट किया गया।
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महिलाओं के लिये समर्पित रहा विशेष संस्करण
‘नमस्ते डॉक्टर’ को चौथा संस्करण विशेष रूप से ‘महिलाओं के लिये महिलाओं द्वारा’ आयोजित था। इस अंक में शामिल सभी भी डॉक्टर महिलाएं ही थीं। इस संस्करण का महिलाओं को विशेष लाभ मिला। इसमें 100 से अधिक महिलाओं ने इसमें भाग लिया। ‘नमस्ते डॉक्टर’ के संचालन में महिलाएं विशेष रूप से सक्रिय रहीं।
कार्यक्रम के सूत्रधार यतिन्द्र गुप्ता ने बताया कि महिलाओं के सहयोग और मेहनत के बिना कार्यक्रम कर पाना कठिन था। वहीं कार्यक्रम की सहायक होस्ट शालिनी गुप्ता ने राष्ट्रीय मीट में ‘नमस्ते डॉक्टर’ की थीम और लाभ का उल्लेख किया। इसमें केन्द्रीय मंत्री माननीय राज्यवर्धन सिंह राठौर ने इसकी सराहना की।
इस टीम ने की कड़ी मेहनत
‘नमस्ते डॉक्टर’ के आयोजन में रौनियार दर्पण टीम के यतिन्द्र गुप्ता, लोचन गुप्ता, मंदीश गुप्ता, गनपत गुप्ता, विशाल गुप्ता, नीलू गुप्ता, शारदा गुप्ता, अमृता गुप्ता, शालिनी गुप्ता, हेमलता गुप्ता, अभिलाषा गुप्ता, कंचन गुप्ता, सविता गुप्ता, जया गुप्ता, मंजू गुप्ता, रामनिवास गुप्ता, डॉ. शैलेश गुप्ता, राजेश गुप्ता आदि ने पूरा योगदान रहा। टीम में प्रदेश की 19 महिला एवं 34 पुरुष सहित कुल 53 सदस्य हैं।
जिन डॉक्टरों ने नि:शुल्क सेवाएं दीं, उनमें डॉ. वंदना गुप्ता अम्बिकापुर, डॉ. निशारानी गुप्ता जशपुर, डॉ. निकिता गुप्ता अम्बिकापुर, डॉ. निधि गुप्ता पूना महाराष्ट्र, डॉ. निशा गुप्ता सीतापुर, डॉ पूजा गुप्ता रायपुर, डॉ आंचल गुप्ता तपकरा जशपुर, डॉ सोमा गुप्ता कांकेर, बस्तर, डॉ अर्चना गुप्ता अम्बिकापुर,
डॉ अनुभव गुप्ता मुम्बई महाराष्ट्र, डॉ शरद गुप्ता रामानुजगंज, डॉ हेमंत गुप्ता अम्बिकापुर, डॉ दीपक गुप्ता रायपुर, डॉ आशीष स्वराज गुप्ता सूरजपुर, डॉ विकास गुप्ता बिलासपुर, डॉ अविनाश गुप्ता उदयपुर, डॉ अभिषेक शास्त्री रायगढ़, डॉ अंकित गुप्ता बतौली, डॉ मयंक गुप्ता भिलाई दुर्ग, डॉ बैजनाथ गुप्ता कुनकुरी,
डॉ विनय गुप्ता रांची झारखंड, डॉ केशव गुप्ता बिलासपुर, डॉ अभिषेक गुप्ता कांसाबेल, डॉ विवेक गुप्ता सीतापुर, डॉ सकिन्दर गुप्ता सनावल, डॉ प्रकाश गुप्ता बगीचा जशपुर, डॉ राजेश गुप्ता अम्बिकापुर शामिल रहे।