मेडिकल कॉलेज (Medical college) में पानी एवं विद्युत की व्यवस्था के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए। पानी की व्यवस्था के लिए नगर निगम को अमृत मिशन (Amrit Mission) के तहत घुनघुट्टा डेम से आने वाले पानी से व्यवस्थित करने कहा।
नगर निगम के अधिकारी ने बताया कि घुनघुट्टा डेम (Ghunghutta dam) से आने वाले पाइप लाइन के पानी को महामाया पहाड़ के पास 5 लाख 60 हजार क्षमता के अंडर ग्राउंड टैंक मेडिकल कालेज (Medical college) में सप्लाई के लिए बनाया गया है। यहां से शीघ्र कनेक्शन कर मेडिकल कॉलेज के लिए पानी की व्यवस्था की जाएगी।
मंत्री सिंहदेव (Health Minister) ने परिसर में कांक्रीट सडक़ निर्माण की मोटाई को कम से कम 10 इंच करने के निर्देश दिए। उन्होंने ठेका कंपनी के प्रतिनिधियों को लेबर की संख्या में कमी न करने तथा लगातार कार्य जारी रखने कहा। बताया गया कि मेडिकल कालेज निर्माण में करीब 750 लेबर लगे हुए हंै।
अभी त्योहार के कारण कुछ लोग घर गए हंै इसलिए संख्या कुछ कम है। सिंहदेव ने मेडिकल कालेज के सामने करीब 7 एकड़ शासकीय भूमि को कब्जा मुक्त कराने के लिए आवश्यक पहल करते हुए पुराने कब्जाधारियों के लिए पुनर्वास की व्यवस्था करने कहा।
उन्होंने इस जमीन पर निर्मित पटवारी प्रशिक्षण शाला को भी मेडिकल कॉलेज के सुपुर्द करने के निर्देश दिए। इस दौरान मेडिकल कालेज के डीन डॉ. आर मूर्ति, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. लखन सिंह सहित लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारी मौजूद थे।
इस वर्ष 78 स्टूडेंट्स ने लिया है प्रवेश
सिंहदेव ने वर्तमान में संचालित मेडिकल कालेज में विद्यार्थियों की व्यवस्था का भी जायजा लिया। उन्होंने पुस्तकालय, संग्रहालय, मेस, लेक्चर हॉल का निरीक्षण किया। पुस्तकालय (Library) में उपलब्ध पुस्तकों तथा पत्रिकाओं की जानकारी ली।
बताया गया कि पुस्तकालय में करीब 7 हजार 384 पुस्तक और पत्रिकाएं उपलब्ध हंै। इस वर्ष मेडिकल कॉलेज में 78 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया है जिनमें 1 आल इंडिया कोटे (All India quota) से तथा बाकी स्टेट कोटे से हंै।