उत्पीड़न और भ्रष्टाचार का आरोप दरअसल बसखारी में थानाध्यक्ष के पद पर तैनाती के दौरान मनोज सिंह पर लोगों के उत्पीड़न और भ्रष्टाचार का आरोप लगा था, जिसको लेकर भाजपा विधायक संजू देवी एक सप्ताह पहले थाने पर पहुंच कर थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी। इसी के बाद जब मनोज सिंह का स्थानांतरण बसखारी से जैद पुर थाने पर किया गया तो थानाध्यक्ष मनोज सिंह और बसखारी थाने के कई दर्जन पुलिस कर्मियों ने अति उत्साह में थाने और बसखारी बाजार में जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई। इसके बाद डायल 112 व अन्य कई वाहनों के साथ जैदपुर के लिए रवाना हुए थे। सार्वजनिक तौर पर थानाध्यक्ष मनोज सिंह की इस कृत्य की बड़ी निंदा हो रही है। लोगों का कहना है कि लॉक डाउन पीरियड में जब लोगों के शादी विवाह में 30 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति मिलती है, फिर कैसे पुलिस ने कानून को अपने हाथ मे लेकर इस तरह की हरकत की है।