सावधान! राजस्थान रोडवेज में कोरोना की दस्तक, यहां कई रोडवेजकर्मी मिले कोरोना पॉजिटिव, यात्रियों पर खतरा बढ़ा

राजस्थान रोडवेज के ड्राइवर, परिचालक व अन्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं, ऐसे में यात्रियों को सावधानी बरतने आवश्यकता है

<p>सावधान! राजस्थान रोडवेज में कोरोना की दस्तक, यहां कई रोडवेजकर्मी मिले कोरोना पॉजिटिव, यात्रियों पर खतरा बढ़ा</p>
अलवर. कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में रोडवेजकर्मी भी आ गए हैं। अलवर केन्द्रीय बस स्टैण्ड पर काफी रोडवेजकर्मी कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं।अलवर जिले में 50 से अधिक रोडवेज कर्मी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, इसके बावजूद भी रोडवेज की ओर से संक्रमण से बचाव के लिए आधे-अधूरे इंतजाम किए हुए हैं। जिससे संक्रमण का खतरा और बढऩे की संभावना है।
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए देशभर में किए गए लॉक डाउन के दौरान करीब दो माह से ज्यादा रोडवेज बसों का संचालन बंद रखा गया। जून माह से अलवर सहित प्रदेशभर में धीरे-धीरे बसों का संचालन शुरू किया गया। मुख्यालय के आदेश पर इस दौरान अलवर में बसों को अच्छे से सेनटाइज करने के बाद रूट पर भेजना शुरू किया। साथ ही चालक और परिचालकों को भी सुरक्षा के लिए मास्क और सेनेटाइजर दिए गए, लेकिन उसके बाद चालक और परिचालकों को मास्क व सेनेटाइजर उपलब्ध नहीं कराए गए हैं।
यात्रियों के सम्बन्ध में आने के कारण अलवर रोडवेज के काफी चालक व परिचालक कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। रोडवेज की ओर से बसों को तो सेनेटाइज कर रूटों भेजा जा रहा है, लेकिन इन बसों में चलने वाले चालक और परिचालकों को मास्क और सेनेटाइजर उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं।
बस स्टैण्ड पर भी संक्रमण के हालात

अलवर केन्द्रीय बस स्टैण्ड पर भी कोरोना वायरस के संक्रमण के हालात बने हुए हैं। यहां यात्रियों की काफी भीड़भाड़ रहती है। सोशल डिस्टेंसिंग का कोई ध्यान नहीं रखा जाता है। यात्री बस स्टैण्ड परिसर में गुटखा खाकर थूकते रहते हैं। बस स्टैण्ड परिसर को नियमित रूप से सेनेटाइज नहीं किया जाता है।
परेशानी परिचालकों की जुबानी

रोडवेज के कई चालक और परिचालकों में कोरोना का संक्रमण फैला है। अन्य रोडवेजकर्मियों को बचाव के लिए रोडवेज प्रशासन को विशेष इंतजाम किए जाने चाहिए।

– विष्णु सैनी, परिचालक, अलवर डिपो।
बसों के संचालन के दौरान के दौरान रोडवेज की ओर से करीब तीन माह पहले चालक और परिचालकों को मास्क व सेनेटाइजर दिए गए थे, जो कि खत्म हो चुके हैं। अब फिर से मास्क व सेनेटाइजर दिए जाने चाहिए।
– रोहित शर्मा, परिचालक, अलवर डिपो।

अलवर केन्द्रीय बस स्टैण्ड पर यात्रियों की काफी भीड़भाड़ रहती है। सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान नहीं रखा जाता है। यहां पुलिस के माध्यम से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराई जानी चाहिए। साथ ही बस स्टैण्ड परिसर को भी नियमित रूप से सेनेटाइज कराना चाहिए।
– भूषण कुमार, परिचालक, अलवर डिपो।

रोडवेज की तरफ से चालक व परिचालकों को करीब तीन माह पहले मास्क और सेनेटाइजर दिए गए थे। उनके खत्म होने के बाद दोबारा नहीं दिए गए। संक्रमण से बचाव के लिए चालक व परिचालकों को मास्क व सेनेटाजर फिर उपलब्ध कराने चाहिए।
– अमीलाल चंदेला, परिचालक, मत्स्य नगर डिपो।

स्टोर से ले सकते हैं
सभी चालक और परिचालक सहित स्टाफ को मास्क व सेनेटाइजर उपलब्ध कराए हुए हैं। यदि किसी के पास खत्म हो गए हैं तो स्टोर से ले सकते हैं।
– नीशू कटारा, मुख्य प्रबंधक, अलवर आगार।

सेनेटाइज करा रहे

चालक और परिचालकों को मास्क व सेनेटाइजर उपलब्ध कराए हुए हैं। यदि सेनेटाइजर की उनकी बोतल खाली हो गई है तो फिर भरवा सकते हैं। बस स्टैण्ड परिसर, वर्कशॉप और ऑफिस भी सेनेटाइज कराए जा रहे हैं।
– रामावतार बुनकर, मुख्य प्रबंधक, मत्स्य नगर आगार।
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