राजस्थान सरकार कर रही नए बजट की तैयारी, लेकिन अभी पुरानी घोषणाओं के पूरा होने का इंतजार

राजस्थान सरकार नए बजट की तैयारियां कर रही है, लेकिन अभी पिछले बजट की कई घोषणाओं के पूरा होने का इंतजार है।

<p>राजस्थान सरकार कर रही नए बजट की तैयारी, लेकिन अभी पुरानी घोषणाओं के पूरा होने का इंतजार</p>
अलवर. राज्य सरकार नए बजट की तैयारियों में जुटी है, पिछले बजट की कई घोषणाएं धरातल पर आई तो कुछ के अभी मूर्तरूप लेने का इंतजार है। जिलावासियों को नए बजट से पुन: कई उम्मीदें हैं, लेकिन बीता साल कोरोना संक्रमण की भेंट चढने के कारण आगामी बजट में लोगों की कितनी उम्मीदें पूरी हो पाएंगी, इस पर अभी संशय है।
राज्य के गत बजट में अलवर जिले को कई बडी सौगात मिली। इनमें सबसे बडी घोषणा रामगढ, बानसूर और लक्ष्मणगढ में नगर पालिका स्थापित करने की रही! सरकार ने पिछले महीनों तीनों ही कस्बों की कमान अभी सरपंच के हाथ है। रामगढ बानसूर व लक्ष्मणगढ नगर पालिकाओं के लिए राज्य सरकार ने कुछ महीने पहले नोटिफकेशन जारी कर मुख्य कार्यकारी अधिकारी की नियुक्ति कर दी, लेकिन ग्राम पंचायतों को नगर पालिका को कार्यभार सौंपने के आदेश जारी नहीं किए। बाद में सरकार की यह घोषणा परिसीमन व न्यायिक प्रक्रिया के फेर में अटक गई, इसका नतीजा यह रहा कि तीनों ही कस्बों के विकास की जिम्मेदारी अभी ग्राम पंचायत ही उठा रही है।
इन घोषणाओं पर भी अमल कम

राज्य सरकार के गत बजट में नीमराणा व भिवाडी में ग्रुप हाउसिंग की विसंगतियों को दूर कर प्रोपर्टी व रीयल स्टेट के बाजार को मंदी से उबारने की घोषणा की गई, लेकिन इन औद्योगिक शहरों में ग्रुप हाउसिंग की विसंगतियों की गूंज अब भी सुनाई पडती है। नतीजतन प्रोपर्टी व रीयल स्टेट के बाजार में मंदी का दौर अभी कायम है। इसके अलावा सिलीसेढ लेक पैलेस भवन की जर्जर हालत के जीर्णोदृधार व होटल लेक पैलेस सहित जिले में चार आरटीडीसी होटल के जीर्णोदृधार की घोषणा की गई थी, लेकिन इस पर भी अमल कम ही हो पाया। इसके अलावा अलवर जिले में नए औद्योगिक क्षेत्र खोलने की महत्वपूर्ण घोषणा की गई थी। साल बीतने के बाद भी जिले में नए औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना व औद्योगिकीकरण को गति मिल पाने का इंतजार है, हालांकि कागजी तौर पर इस घोषणा की गूंज कुछ सुनाई पडी।
पुलिस के 15 मिनट में घटना पहुंचने का भी इंतजार

गत बजट में राज्य सरकार ने अलवर जिले में किसी भी आपराधिक घटना के 15 मिनट में पुलिस के घटना स्थल पर पहुंचने की घोषणा की गई थी। बजट में सरकार ने अलवर व भरतपुर जिले में यह पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने की घोषणा की थी, लेकिन अलवर जिले में अब भी घटना के बाद पुलिस की लेटलतीफी की चर्चा सुनाई पडती है।
गुरुनानक देवजी के नाम पर बना पार्क

अलवर सहित पांच जिलों में सरकार ने गुरुनानक देवजी के नाम पर पार्क बनाए जाने की घोषणा की थी। सरकार की इस घोषणा को वन मण्डल अलवर की ओर से अमलीजामा पहनाया गया है। अलवर के पुराना दिल्ली रोड स्थित मूंगस्का के पास वन विभाग ने गुरुनानक देवजी के नाम पर पार्क कुछ ही महीनों पहले विकसित किया है।
आधी से ज्यादा धोषणाएं पूरी, शेष जल्द होंगी पूर्ण

राज्य सरकार ने गत बजट में प्रदेश के लिए 500 से ज्यादा घोषणाएं की थी, इनमें आधी से ज्यादा पूरी हो चुकी हैं और शेष जल्द पूरी कर दी जाएंगी। अलवर जिले में भी ज्यादातर बजट घोषणाएं पूरी हो चुकी हैं।
योगेश शर्मा
कार्यकारी जिलाध्यक्ष कांग्रेस अलवर
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.