अलवर में महिला और ग्राम विकास अधिकारी ने साथ मिलकर पी शराब! फिर खून से लथपथ मिला अधिकारी का शव

अलवर में ग्राम विकास अधिकारी की हत्या का मामला सामने आया, पूछताछ के लिए महिला को हिरासत में ले लिया है

<p>अलवर में महिला और ग्राम विकास अधिकारी ने साथ मिलकर पी शराब! फिर खून से लथपथ मिला अधिकारी का शव</p>
अलवर. शहर के एनईबी इलाके में शुक्रवार रात एक मकान में ग्राम विकास अधिकारी की सरिये से हमला कर हत्या कर दी गई। प्रथम दृष्टया पुलिस इसे अवैध सम्बन्धों को लेकर हत्या मान रही है। जिस मकान में हत्या हुई उसमें रहने वाली एक महिला को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। जिससे गहनता से पूछताछ की जा रही है। वहीं, शनिवार सुबह पुलिस ने सामान्य अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम शव परिजनों को सौंप दिया।
एनईबी थानाधिकारी विनोद सामरिया ने बताया कि एनईबी हाउसिंग बोर्ड में सेठ हरिप्रसाद की धर्मशाला पीछे स्थित भारद्वाज आश्रम निवासी राकेश मोहन भारद्वाज (55) तिजारा में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। शुक्रवार सुबह आठ बजे राकेश मोहन घर से ड्यूटी के लिए रवाना हुए और शाम को घर नहीं लौटे। वे सीधे एनईबी हाउसिंग बोर्ड स्थित 3/152 निवासी मिथलेश दायमा पत्नी मनीष खत्री के घर चले गए। वहां सिर में सरिया और शरीर पर धारदार हथियार से हमला कर राकेश मोहन भारद्वाज की हत्या कर दी गई। घर नहीं लौटने पर परिजनों ने राकेश मोहन के मोबाइल पर फोन किया तो रिंग जाती रही, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। देर रात पुलिस को हत्या की सूचना लगी। इस पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और शव को सामान्य अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया। शनिवार सुबह पुलिस ने शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया। मृतक राकेश मोहन भारद्वाज के पुत्र दीपेन्द्र भारद्वाज ने महिला मिथलेश दायमा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया है, जिससे पूछताछ जारी है। प्रथम दृष्टया मामला अवैध सम्बन्धों को लेकर हत्या का सामने आया है। पुलिस मामले में गहनता से पड़ताल में जुटी है।
हत्या करने के बाद थाने पहुंची महिला
पुलिस सूत्रों के अनुसार राकेश मोहन की हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद महिला मिथलेश दायमा शुक्रवार रात करीब 12.44 बजे एनईबी थाने पहुंच गई। महिला ने थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों को बताया कि उसने एक व्यक्ति की हत्या कर दी है और शव उसके घर में पड़ा है। ये सुन पुलिसकर्मियों को होश उड़ गए। पुलिसकर्मियों ने मामले की सूचना अधिकारियों को दी। इसके बाद अधिकारी तुरंत घटनास्थल की तरफ दौड़े। वहां मिथलेश के घर में पुलिस को राकेश मोहन का खून से लथपथ शव फर्श पर पड़ा मिला। हालांकि पुलिस अधिकारी इस बारे में अधिकृत रूप से खुलासा करने से बच रहे हैं।
घटनास्थल पर पहुंच गए परिजन
राकेश मोहन भारद्वाज की हत्या के बारे में उनके परिजनों को शुक्रवार रात करीब पौने बजे पता चला। इसके बाद मृतक का पुत्र दीपेन्द्र और भांजा जितेन्द्र कुमार रात को ही घटनास्थल पर पहुंचे। वहां मिथलेश दायमा के घर के बैडरूम में बैड के पास फर्श पर राकेश मोहन भारद्वाज का शव पड़ा हुआ था। मृतक के सिर व शरीर में जगह-जगह चोटों के निशान थे और खून बह रहा था।
दोनों ने साथ बैठकर पी थी शराब

पुलिस के अनुसार हत्या से पहले ग्राम विकास अधिकारी राकेश मोहन भारद्वाज और महिला मिथलेश दायमा ने शुक्रवार रात साथ बैठकर शराब पी थी। इस दौरान दोनों के बीच झगड़ा हो गया और फिर राकेश मोहन की सिर में सरिया मारकर हत्या कर दी गई।
सास की हत्या के आरोप में जा चुकी है जेल

पुलिस ने बताया कि महिला मिथलेश दायमा ने अपने पति मनीष खत्री के साथ मिलकर वर्ष-2013 में सास की हत्या कर दी थी। सास की हत्या के मामले में मिथलेश फिलहाल जमानत पर है तथा उसका पति मनीष अभी जेल में है।
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