इससे पूर्व वर्ष 2017-18 में गोशाला संचालकों के लिए सहायता राशि के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 5 फरवरी 2018 थी। इस अवधि में अलवर में उप चुनाव होने के कारण कुछ गोशाला संचालक आवेदन करने से वंचित रह गए थे। इन्हें बाद में मुख्यालय भेजा गया इसलिए पहले आवेदन करने वाली गोशालाओं को राशि पूर्व में ही स्वीकृत हो गई थी। इसके बाद राज्य सरकार ने निर्णय लेकर वंचित रह गई गोशालाओं को वित्तीय वर्ष 2018 -19 में यह सहायता स्वीकृति दी गई। इसके तहत अलवर जिले की तीन गोशालाओं को राशि दी गई है। इस सहायता राशि का अनुमोदन जिला स्तरीय गोशाला समिति की बैठक में किया गया था।
छोटे को 16 और बड़े को 32 रुपए देती है सरकार उन्होंने बताया कि छोटे गोवंश के लिए 16 रुपए और बड़े गोवंश के लिए 32 रुपए चारे पानी के लिए दिए जाते हैं। यह सहायता केवल साल के तीन माह के लिए दी जाती है। श्याम सेवा गौशाला समिति, हरसौरा, बानसूर को 12.60 लाख, गिरधारीलाल गौशाला समिति , बानसूर को 11.85 लाख तथा बाबा मोहनराम गौशाला मिलकपुर गुर्जर, तिजारा को रुपए 1034 लाख इनके खातों में स्थानांरित किए गए हैं।
चंदे के भरोसे चल रही है गौशाला अलवर जिले की कई गौशालाएं चंदे के भरोसे चल रही है। अलवर की कई संस्थाएं इन गोशालाओं को लिए संक्राति व अन्य पर्वों पर चंदा जुटाती है। ततारपुर गौशाला के दान पात्र अलवर में कई दुकानों पर रखे हुए मिल जाते हैं। अब मदद मिलनेे से गोशालाओं की स्थिति में सुधार होने की संभावना है।