अलवर जिले में विकराल हो रहा कोरोना, निजी अस्पतालों को 30 प्रतिशत बैड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखने के आदेश दिए

अलवर में कोरोना का शतक लगने के करीब है। ऐसे में जिला प्रशासन फिर से सख्ती कर रहा है।

<p>अलवर जिले में विकराल हो रहा कोरोना, निजी अस्पतालों को 30 प्रतिशत बैड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखने के आदेश दिए</p>
अलवर. जिले में कोरोना वायरस का संक्रमण फिर से शतक की ओर बढ़ रहा है। मंगलवार को एक ही दिन में जिले में 92 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए। अप्रेल माह में मात्र छह दिन में संक्रमितों का आंकड़ा 346 पर पहुंच गया है। जबकि फरवरी और मार्च दोनों माह में इससे कम 339 मरीज मिले थे। अब भी अगर सावधानी नहीं बरती गई तो संक्रमण और तेज रफ्तार से फैल सकता है।
अलवर शहर में विकराल रूप ले रहा कोरोना

अलवर शहर में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से विकराल रूप ले रहा है। पिछले छह दिन से अलवर शहर में लगातार सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं। उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. छबील कुमार ने बताया कि मंगलवार को अलवर जिले में कुल 92 कोरोना संक्रमित मरीज मिले। जिनमें से 59 मरीज अकेले अलवर शहर में मिले हैं। इसके अलावा भिवाड़ी में 10, किशनगढ़बास में 6, तिजारा में 5, रामगढ़ में 4, शाहजहांपुर में 3, लक्ष्मणगढ़ में 2 तथा बानसूर और मुण्डावर में एक-एक कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं।
उल्लेखनीय है कि जिले में अब तक कुल 22 हजार 456 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें से 92 मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इनमें से 21 हजार 950 मरीज सही हो चुके हैं। कोरोना एक्टिव केस 400 पार पहुंचे
अलवर जिले में कोरोना एक्टिव केस भी तेजी से बढ़ रहे हैं। जिले में 40 दिन पहले मात्र पांच एक्टिव केस थे। मंगलवार को कोरोना के एक्टिव केसों का आंकड़ा 426 पर पहुंच गया। इनमें से पांच मरीज सामान्य अस्पताल के कोरोना आईसीयू में भर्ती हैं।
पहले 59 दिन में 339 और अब छह दिन में 346

अलवर जिले में पिछले दिनों में कोरोना के संक्रमण की रफ्तार काफी तेजी से बढ़ी है। फरवरी माह में 71 तथा मार्च माह में 268 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे। यानि कि 59 दिन में कुल 339 मरीज सामने आए थे। वहीं, अप्रेल माह में छह दिन में ही 346 संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं।

अलवर जिला कलक्टर नन्नूमल पहाडिय़ा ने निजी अस्पतालों के प्रबंधकों को निर्देशित किया है कि अपने कुल बैड की क्षमता के 30 प्रतिशत बैड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित रखें। जिला कलक्टर पहाडिय़ा ने निजी अस्पतालों के प्रबंधकों के साथ हुई वार्ता एवं उनकी सहमति के उपरान्त राजस्थान महामारी अधिनियम 2020 के तहत आदेश जारी कर जिले के सभी निजी अस्पतालों जिनकी बैड क्षमता 50 या 50 से अधिक है वह कुल बैड क्षमता के 30 प्रतिशत बैड्स एवं आईसीयू की कुछ बैड क्षमता के 30 प्रतिशत बैड्स भी कोविड-19 के मरीजों के उपचार के लिए 9 अप्रेल से आरक्षित रखे जाने की व्यवस्था कराए जाने के लिए निर्देशित किया।
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