अलवर में करोड़ों रुपए खर्च कर जनता को परेशानी दे रहा प्रशासन, आप भी जानिए शहर के हाल
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<p>अलवर शहर में रोड कटिंग में हो रही प्रतिस्पद्र्धा और करोड़ों रुपया मिल रहा</p>
अलवर . सीवरेज व पानी की बेतरतीब लाइनें डालने के बाद सडक़ बनाने में लीपापोती होने से पूरा शहर परेशान है। इसके बावजूद कई जगहों पर सडक़ को किनारे से खोदने की छूट थमा दी गई है। तभी तो आए दिन सडक़ किनारे में खुदाई कर लाइन डालने का कार्य हो रहा है। इससे भविष्य में सडक़ भी टूटेगी और दुर्घटनाएं भी होंगी। सरकार के जरिए जनता का पैसा बर्बाद होना तय है। जिम्मेदार विभागों के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं और ठेकेदार पर बराबर मेहरबानी बनी हुई है।
बारिश के दिनों में टूटी सडक़ों के कारण हर गली, मोहल्ला, कॉलोनी के बाशिंदे को खासी परेशानी हो रही है। थोड़ी सी बारिश होते ही घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है। सुनियोजित कार्य नहीं होने के कारण जनता को परेशानी झेलनी पड़ रही है। बारिश रुकते ही फिर से सडक़ों से खुदाई कर रहे हैं। हालात यह है कि लाइन डालने के बाद खोदी सडक़ को समतल तक नहीं किया जा रहा । जबकि रेस्टोरेशन का कार्य पूरे नियमानुसार होना चाहिए लेकिन, कोई देखने वाला नहीं है। आधी -अधूरी सडक़पर मिट्टी डालकर छोड़ दी जाती है। जो आते-जाते वाहनों से दबकर ही समतल होती है। लेकिन जरा सी बारिश होते ही सडक़ जगह-जगह से धंसना शुरू हो जाती है। पिछले दिनों पूरे शहर में कहीं ऐसी सडक़ नहीं बची जिसका कुछ हिस्सा धंसा नहीं हो। फिर भी प्रशासन में बैठे जिम्मेदार खामोश रहकर सब देख रहे है।
सेना के वाहन जहां से निकलते वहां भी यह हाल
रेलवे स्टेशन से ईटाराणा छावनी की तरफ से दिन भर सेना के छोटे- बड़े वाहन निकलते हैं। इस सडक़ की बदहाली छुपी नहीं है। सडक़ पर एक-एक फीट से गहरे गड्ढ़े हैं। जगह-जगह पानी भरा रहता है। अब आयशर फैक्ट्री के निकट सडक़ के बिल्कुल किनारे से खुदाई हो रही है। जिसकी मिट्टी भी रोड पर डाली जा रही है। जहां लाइन डाल दी वहां उसे अच्छे से बनाने की बजाय लीपापोती करके छोड़ दिया गया है।