अलवर जिले का यह शहर कोरोना के मामले में 24 जिलों से आगे, यहां लॉक डाउन भी सबसे मुश्किल, जानिए कारण

अलवर शहर की उद्योग नगरी भिवाड़ी में कोरोना के एक्टिव मामले जिले के 24 जिलों से अधिक हैं, यह प्रशासन के लिए चिंता का विषय है।

<p>अलवर जिले का यह शहर कोरोना के मामले में 24 जिलों से आगे, यहां लॉक डाउन भी सबसे मुश्किल, जानिए कारण</p>
अलवर/भिवाड़ी. प्रदेश में कोरोना के मामले में अलवर जिला शीर्ष पर है। इसका मुख्य कारण अलवर शहर और भिवाड़ी में कोरोना का लगातार बढ़ता संक्रमण है। अलवर शहर में कोरोना के रोकथाम के लिए कोतवाली थाना क्षेत्र में 14 दिन का लॉक डाउन लगाया गया है, अब चिंता का विषय भिवाड़ी है। यहां संक्रमण की दर भी प्रदेश में अव्वल है। चिकित्सा विभाग के अनुसार जिन क्षेत्रों में सैंपल लिए जा रहे हैं, वहां से कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं। भिवाड़ी में गुरुवार शाम तक कोरोना के 1 हजार 146 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। प्रदेश के अन्य जिलों से तुलना करें तो भिवाड़ी कोरोना संक्रमित मरीजों के लिहाज से अब तक 21 जिलों से आगे है। वहीं भिवाड़ी में एक्टिव केस की संख्या 24 जिलों से ज्यादा है।
गली-गली कोरोना का कहर

उद्योग नगरी भिवाड़ी के लगभग हर मोहल्ले में कोरोना के संक्रमित मरीज मिल चुके हैं। ऐसे में प्रशासन की ओर से भिवाड़ी शहर में 89 हाई रिस्क क्षेत्र घोषित किए हैं। इनमें से यूआइटी कॉलोनी, कृष्णा कॉलोनी, सूरज सिनेमा, अरावली विहार के सेक्टर, पथ्रेड़ी आदि क्षेत्र प्रमुख हैं। इसके चलते उक्त समस्त क्षेत्रों में लोग अपने-अपने घरों में ही रहेंगे और बिना अनुमति के बाहर विचरण नहीं करेंगे। संक्रमित व्यक्तियों के मकान के 3 किलोमीटर का क्षेत्र बफर जोन घोषित किया गया है।
यह हैं कोरोना केस बढ़ने के मुख्य कारण

भिवाड़ी में कोरोना के मामले लगातार बढ़ने के पीछे मुख्य कारण लोगों की आवाजाही माना जा रहा है। स्थानीय प्रशासन के अनुसार हरियाणा के गुरुग्राम, माणेसर, रेवाड़ी, धारूहेड़ा और तावडू सहित अन्य क्षेत्रों से अनेक कामगार प्रतिदिन अपडाउन कर रहे हैं, जिसकी वजह से यहां रोजाना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है। चिकित्सा विभाग के अनुसार भिवाड़ी में टेस्ट की संख्या बढ़ा दी है। भिवाड़ी में प्रतिदिन 300 से 350 लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। यहां श्रमिक भी अधिक संख्या में कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं।
प्रशासन कर रहा यह प्रयास

भिवाड़ी में चिकित्सा प्रशासन की ओर से सैंपलिंग की संख्या बढ़ाई गई है। हाई रिस्क क्षेत्र बनाए गए हैं। भिवाड़ी में मोबाइल सर्वे टीम घरों में जाकर सर्वे कर रही है। वहीं पर संदिग्ध व बाहर से आए लोगों का सैंपल भी लिया जा रहा है। अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों को चिन्हित कर उनकी भी जांच की जा रही है। अपडाउन करने वाले लोगों की रैंडम सैंपलिंग की जा रही है। इनमें अग्रवाल धर्मशाला, सेक्टर 6, गर्ल्स सीनियर सैकण्डरी स्कूल, न्यायालय के पास, एसपीएस स्कूल व एक प्राइवेट लॉज को क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है।
वर्जन-

उद्योग नगरी व उसके आस-पास के क्षेत्रों को हाई रिस्क होने से प्रतिबंधित क्षेत्र तथा बफर जोन क्षेत्र घोषित कर दिया है। वहीं चिकित्सा विभाग की ओर से सैंपलिंग की संख्या बढाकर पॉजिटिव लोगों व उनके सम्पर्क में आए व्यक्तियों को क्वारंटीन किया जा रहा है।
के. राम यादव, उपखण्ड अधिकारी, तिजारा


फैक्ट फाइल –

कुल लिए गए सैंपल- 7 हजार 738

कुल पॉजिटिव- 1 हजार 146

कुल नेगेटिव- 5 हजार 554

रिपीट सैंपल- 164
-रिपोर्ट आना शेष- 874

एक्टिव केस- 371

सिम्पटोमैटिक- 23

एसिम्पटोमैटिक- 348

डिस्चार्ज- 775

होम आइसोलेसन- 627

(आंकड़े गुरुवार शाम तक)
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