इसके साथ ही बैठक में लव जिहाद और धर्मांतरण जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई लेकिन लव जिहाद शब्द के इस्तेमाल से संघ ने परहेज किया है। बैठक के दौरान स्वयंसेवकों को संयुक्त परिवार और कुटुंब की अवधारणा को मजबूत कर धर्मांतरण जैसी बुराइयों पर अंकुश लगाने की नसीहत दी गई। संघ ने अपील की कि महिलाओं के सम्मान का संस्कार परिवार से ही शुरू होना चाहिए।
आगे की रणनीति तय
संघ का कहना है कि परिवार में महिलाओं का सम्मान होगा और एकजुटता रहेगी तभी समसामयिक सामाजिक बुराइयां रुकेंगी। धर्मांतरण पर अंकुश लगाने के लिए संयुक्त परिवार की अवधारणा की अपील की। संघ की बैठक के दौरान अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की भव्यता और इसमें जन सहभागिता बढ़ाने पर भी महत्वपूर्ण फैसला हुआ। दो दिनों की बैठक में संघ द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा कर आगे की रणनीति भी तय की गई है।