क्रिमिनल रिकाॅर्ड और आपराधिक छवि होने के बावजूद अतीक अहमद के गैंग को असलहों के लाइसेंस कैसे मिलते चले गए पुलिस इससे हैरन है। पुलिस अफसरों की मानें तो यह पता लगाया जा रहा है कि अतीक और उसके गैंग से जुड़े लोगाें की वेरिफिकेशन रिपोर्ट कैसे पास हो गई, जिससे उन्हें असलहों का लाइसेंस मिला। अगर वेरिफिकेशन करने वालों की गलती मिली तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अतीक से जुड़े 30 ऐसे मामलों का पता लगा चुकी है, जिनमें से ज्यादातर मामलों में गलत पते और क्रिमिनल रिकाॅर्ड छिपाकर असलहों के लाइसेंस लिये गए। ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगस और उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी, जिन्होंने इन असलहों के लाइसेंस की फाइल वेरिफिकेशन करते हुए पास किया था।
प्रयागराज रेंज के आईजी कविन्द्र प्रताप सिंह कीमानें तो जांच-पड़ताल के बाद ऐसे असलहों के लाइसेंस निलंबित करसंबंधित लोगों को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया जा चुका है। कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद असलहों का लाइसेंस रद कर असलहे जमा करा लिये जाएंगे। उनके मुताबिक रेंज के दूसरे माफियाओं के संबंध में भी यही प्रक्रिया अपनाई जा रही है।
बताते चलें कि बाहुबली अतीक अहमद के खिलाफ पुलिस प्रशासन ने ताबड़तोड़ कार्रवाईयां करते हुए अतीक और उनके परिवार समेत गैंग से जुड़े 20 से अधिक असलहों के लाइसेंस निलंबित कर शस्त्र जमा करा लिये हैं। अतीक अहमद के अलाव उनका भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम अशरफ भी गिरफ्तार हो चुका है। दो लाख का ईनामी बेटा उमर अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। इसके अलावा अब तक अतीक की 200 करोड़ की सम्पत्ति पर पुलिस ने कार्रवाई की है। अभी हाल ही में लूकरगंज में अतीक के कब्जे से नजूल की जमीन छुड़ाई गई है जिसकी कीमत 100 करोड़ से ऊपर बतायी जाती है।