Lockdown: 28 दिनों बाद संगम नगरी की सड़कों का टूटा सन्नाटा , दफ्तरों में शुरू हुआ काम काज

. लॉक डाउन के बीच शुरू हु एक तिहाई कर्मचारियों को दफ्तर आने की अनुमति

<p>Lockdown: 28 दिनों बाद संगम नगरी की सड़कों का टूटा सन्नाटा , दफ्तरों में शुरू हुआ काम काज</p>

प्रयागराज। कोरोना वायरस की महामारी के बीच जारी लॉक डाउन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ग्रीन जोन शहरों को आज थोड़ी राहत दी गई। इन शहरों की सरकारी कार्यालयों को खोला गया है। जिनमें विभागीय कामकाज शुरू हुए हैं। हालांकि सभी कार्यालयों में एक तिहाई कर्मचारियों के आने की अनुमति है जिन्हें अल्टरनेट तरीके से बुलाया जाएगा।

प्रयागराज में स्थित माध्यमिक शिक्षा परिषद में विभागीय कामकाज शुरू हुआ है। यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि 82 कर्मचारी आज कार्यलय आए है। इस दौरान पहले दफ्तरों को सैनिटाइज कराया जा रहा है । इसके साथ ही कार्यालयों में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लोगों को बैठने की हिदायत दी जा रही है। कार्यालय में किसी भी तरह की चीजों को बेचने की अनुमति नहीं है चाय ,नाश्ता कोई भी बाहरी व्यक्ति कार्यालय में लेकर नहीं आ सकता है।

28 दिन बाद प्रयागराज की सड़कों का सन्नाटा टूटा है। लोग अपने दफ्तरों के लिए निकल रहे है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के कार्यालयों में 250 कर्मचारी है। जिनमें से 82 कर्मचारियों को ही बुलाया गया है । अन्य लोगों को अभी आने की अनुमति नहीं है। न ही बाहरी किसी व्यक्ति को प्रवेश मिल रहा।

प्रयागराज में इंडोनेशियाई जमाती के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से हड़कंप मचा था। हालांकि 14 दिन क्वारन्टाइन में रहने के बाद कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया। इसके बाद प्रयागराज प्रशासन ने राहत की सांस ली। प्रयगराज जिले को ग्रीन जोन घोषित किया गया है। सरकारी दावों के मुताबिक जिले में कोई भी कोरोना मरीज नहीं है।

वहीं 28 दिनों के बाद सरकारी कार्यालयों के खुलने पर सड़कों पर रौनक दिख रही है। लेकिन आम लोगों के लिए अभी भी प्रशासन बेहद सख्ती से पेश आ रहा है। दोपहिया वाहनों पर एक व्यक्ति और चार पहिया वाहन पर दो व्यक्तियों के बैठने की अनुमति है । वही बाजारो में अभी भी सन्नाटा पसरा हुआ है । शहर के कटरा और सिविल लाइंस के बाजार अभी बंद है। इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा अभी कोई निर्देश भी जारी नहीं किया गया है।

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