कोरोना पर भारी पड़ा भगोरिया पर्व, बिना मास्क के नजर आए लोग

मांदल की थाप व बासुरी की धुन पर नाचे भाजपा व कांग्रेस के नेता…>

आलीराजपुर. जिला मुख्यालय पर सोमवार को लोक सांस्कृतिक महापर्व भगोरिया धूमधाम से मनाया गया। यहां पर पर्व को लेकर इतना उत्साह था कि भगोरिए के उत्साह ने कोरोना को भी पीछे छोड दिया। जिला मुख्यालय के आसपास से भगोरिया पर्व में शामिल होने आए ग्रामीणों के मुह पर ना तो मास्क दिखा और भीड़ अधिक होने से सोशल डिस्टेंस का तो पालन ही नहीं हुआ।

 

कुल मिलाकर कोरोना पर भगोरिया पर्व भारी पड़ा। वहीं आसपास से आए ग्रामीणों के साथ ही राजनैतिक पार्टियों ने भी भाग लेकर पर्व का उत्साह दोगुना कर दिया। भगोरिया के चलते भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टी के प्रमुख नेताओं ने आदिवासी संस्कृति की परंपरा का निर्वहन ढोल मांदल बजाकर किया। उल्लेखनीय है कि सोमवार को भगोरिया पर्व का पहला दिन होने से जिला मुख्यालय पर बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण आए थे। प्रतापगंज मार्ग, सिनेमा चौराहा, राजवाड़ा क्षेत्र में इतनी भीड़ थी की पैर रखने की जगह नहीं मिली।

 

वहीं मेला ग्राउंड पर भी ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ी। जिला मुख्यालय पर पहला भगोरिया हाट होने से जमकर उत्साह देखने को मिला। जहां कांग्रेस की ओर से जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेश पटेल व विधायक मुकेश पटेल द्वारा गैर निकाली गई। वहीं भाजपा की ओर से पूर्व विधायक नागरसिंह चौहान ने भी विशाल गैर निकाली।

 

पूर्व विधायक नागरसिंह चौहान ने जिपं अध्यक्ष अनीता चौहान के शासकीय निवास पर तो सिनेमा चौराहा स्थित कांग्रेस कार्यालय पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेश पटेल ने बाहर से आने वाले ग्रामीणों का स्वागत कर पर्व की शुभकामना दी। नगर में सुबह से शाम तक ग्रामीणों पर भगोरिया का रंग चढ़ा रहा। दोपहर में तेज कदम अपने आप ही मेला स्थल रत्नीया की बाड़ी व पुरानी जिला पंचायत परिसर की ओर बढ़ गए। जहां पर झूले चकरी और खाने पीने की सामग्रियों का आनंद उठाया गया।

 

पारंपरिक वेशभूषा में दिखे कांग्रेसी

सिनेमा चौराहा स्थित कांग्रेस कार्यालय पर सुबह से ग्रामीणों का आना- जाना शुरू हुआ। यहां पर मांदल की धुन ने उपस्थित ग्रामीणों को नाचने पर मजबूर कर दिया। पर्व के चलते जिकां अध्यक्ष महेश पटेल, आलीराजपुर विधायक मुकेश पटेल, जोबट विधायक कलावती भूरिया, निवृतमान नपाध्यक्ष सेना पटेल व अन्य कांग्रेस नेताओं ने ढोल मांदल पर नृत्य कर पर्व का आनंद उठाया। इस दौरान वहां पर कांग्रेस कार्यालय पर बाहर से आए ग्रामीणों के लिए स्वल्पहार के साथ शीत पेय पदार्थ की भी व्यवस्था की गई थी।

 

जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेश पटेल ने जहां मांदल बजाई वहीं विधायक मुकेश पटेल ने थाल बजाई। जिस पर जोबट विधायक कलावती भूरिया, सेना पटेल सहित अन्य कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता जमकर नाच उठे। इस दौरान सभी आदिवासी पारपंरिक वेशभुषा में दिखे। मांदल की थाप पर नाचने का यह सिलसिला शाम तक चलता। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष ओमप्रकाश राठोर, पूर्व जिलाध्यक्ष राधेश्याम माहेश्वरी, यतेन्द्रसिंह भाटी, पुष्पराज पटेल, राजेन्द्र टवली, खुर्शीद अली दिवान, सुरेश सारडा, चितल पवार, बापू पटेल, मंसूर मर्चेंट आदि उपस्थित थे।

 

भाजपा ने भगवा साफे पहनकर निकली गैर

भगोरिया पर्व को धुमधाम से मनाने के लिए सिनेमा चौराहे के समीप स्थित जिपं अध्यक्ष अनीता चौहान के निवास पर पूर्व विधायक नागरसिंह चौहान के नेतृत्व में एक विशाल गैर का आयोजन किया गया। गैर में शामिल ग्रामीणों ने भगवा साफा पहना हुआ था। गैर के आगे पूर्व विधायक नागरसिंह चौहान मांदल बजाते हुए चल रहे थे वहीं उनके साथ उनकी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष अनीता चौहान आदिवासी वेशभुषा में नृय करते हुए दिखाई दी। उक्त गैर में शामिल ग्रामीणजनों ने उत्साह दिखाते हुए पूर्व विधायक चौहान को अपने कंधे पर उठाया और जमकर नृत्य भी कराया। गैर नगर पालिका परिसर पहुंची जहां ढोल-मादल की थाप पर नृत्य करने के बाद गैर पुन: जिला पंचायत अध्यक्ष के निवास पर पहुंची जहां देर शाम तक नृत्य चलता रहा।

 

इस गैर में पूर्व मंत्री रंजना बघेल, अनूसचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक कलसिंह भाबर,कुक्षी नगर पालिका अध्यक्ष मुकामसिंह किराड, जिपं अध्यक्ष अनीता चौहान, जोबट के पूर्व विधायक माधोसिंह डावर, आलीराजपुर नपा अध्यक्ष रितेश डावर,पूर्व जिलाध्यक्ष किशोर शाह, राकेश अग्रवाल,भाजपा नेता भदू भाई पचाया, हिंदू युवा जनजाति संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप चौहान,भाजपा मंडल अध्यक्ष रिंकेश तवर,राजेश चंदेल सहित बंडी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजुद थे।

 

बजती बांसुरी और समूह के रूप में दी प्रस्तुति

संगीत दल के कलाकारों ने बांसूरी सुमधुर धून पर मांदल की थाप की संगत दी तो एक सी वेशभूषा में मनोहक अंदाज में सजी-धजी युवाओं की टोली मदमस्त होकर नाच उठी, बीच में बड़ा सा मांदल उसके आसपास बजती बांसुरी और समूह के रूप में जब युवाओं ने नृत्य की प्रस्तुति देना प्रारंभ की राहगीरों के कदम अपने आप ही बढ़ते हुए नृत्य दल के पास आकर थम गए और और नजरे वहीं टीकी रही। भगोरिया के अवसर पर बाजार में व्यापारियों ने भी जमकर चांदी काटी। सोमवार को प्रारंभ हुए भगोरिया में आदिवासी समाजजनों ने खरीदी की और लोक गीतों व मांदल की थाप पर मदमस्त हो जमकर झूमे। मेला स्थल पर बडी संख्या में झूले चकरियों ने पर्व की मस्ती को और बढ़ा दिया। भगोरिया हाट में दोपहर 1 बजे बाद रौनक बढ़ी। इस दौरान ग्रामीण युवक आधुनिक परिधान में नजर आए, वहीं युवतियां व महिलाएं पारंपारिक वेशभूषा में चांदी के गहनों में सजी-संवरी नजर आई।

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