CAA को लेकर हिंसा के बाद अलीगढ़ में इंटरनेट सेवा बंद

जिलाधिकारी चन्द्रभूषण सिंह ने बताया कि सोमवार रात्रि 12 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद रहेगी

अलीगढ़। ऊपरकोट और कोतवाली के सामने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में सड़क जाम कर धरने पर बैठी महिलाओं को हटाने पर पुराने शहर में हिंसा हो गई। उपद्रवियों ने खोखों और कई दुपहिया वाहनों में आग लगा दी। पुलिस पर जमकर पथराव किया। पुलिस के वाहनों में भी तोड़फोड़ की। पुलिस ने हालात काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़कर लाठीचार्ज किया। इस दौरान गोलीबारी और पथराव में तीन पुलिसकर्मियों समेत 12 लोग घायल हो गए। एसएसपी देर रात तक फोर्स के साथ मोर्चा संभाले रहे। जिलाधिकारी चन्द्रभूषण सिंह ने हालात को देखते हुए सोमवार रात 12 बजे तक इंटरनेट नेट सेवा रोक दी है।
शुक्रवार से था तनाव
शुक्रवार को शाहजमाल पर धरना दे रही महिलाओं ने बरसात के चलते जब तिरपाल लगाने का प्रयास किया तो पुलिस ने रोक दिया था। इस पर शनिवार को सैकड़ों महिलाओं ने कोतवाली के सामने और ऊपरकोट पर धरना प्रांरभ कर दिया। शनिवार को प्रशासन ने तिरपाल लगाने की अनुमति भी दे दी थी, लेकिन महिलाएं उक्त दोनों स्थानों से नहीं हटीं।
पुलिस पर पथराव

रविवार दोपहर बाद एसपी ट्रैफिक अजीजुल हक, एसपी सिटी अभिषेक कुमार ने महिलाओं को हटाने का प्रयास किया। महिला पुलिस कर्मियों ने धरने पर बैठी महिलाओं को उठने के लिए कहा तो उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। नोकझोंक के साथ ही खींचतान शुरू हो गई। देखते ही देखते आसपास जमा भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। आलम ये रहा कि एक बारगी भीड़ ने पुलिस-प्रशासन को कोतवाली के भीतर तक पहुंचा दिया। बाद में आरएएफ व पुलिस ने सख्ती करते हुए लाठीचार्ज किया तब कहीं जाकर भीड़ में भगदड़ मच गई। पुलिस ने लाठियां भांजते हुए भीड़ को दौड़ाना शुरू किया तो भीड़ ने पथराव भी किया। बीच-बीच में गोली की भी आवाज सुनी गई। बवालियों ने पुलिस, आरएएफ के वाहनों में तोड़फोड़ करने के साथ ही रास्ते में खड़े वाहनों, खोखों व पुलिस बैरिकेडिंग में आग लगा दी। फायरिंग शुरू होते ही आरएएफ ने भीड़ पर पानी की बौछार कराई, इसके बावजूद पथराव व फायरिंग नहीं थमी तब आरएएफ ने आंसू गैस के गोले दागने शुरू कर दिए।
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देर रात्रि तक हालात काबू करने का प्रयास

मिश्रित आबादी वाले बाबरी मंडी, घासी की मंडी, चंदन शहीद में भी पथराव फायरिंग शुरू हो गई। बवाल की सूचना पर पुलिस प्रशासनिक अमला ऊपरकोट पहुंच गया। देर रात तक हालात पर काबू पाने के प्रयास चलते रहे। बवाल के बाद एडीजी जोन आगरा अजय आनंद, मंडलायुक्त जीएस प्रियदर्शी, डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह, डीएम चंद्रभूषण सिंह, एसएसपी मुनिराज जी., पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया।
बाबरी मंडी में आमने-सामने
मिश्रित आबादी वाले मोहल्ला बाबरी मंडी में बवालियों ने दूसरे पक्ष के घरों पर हमला कर दिया। दो लोगों को सुमित वाष्र्णेय व राकेश वाष्र्णेय को गोली लगने के बाद दूसरे पक्ष ने भी फायरिंग शुरू कर दी। दोनों ओर से जमकर पथराव भी हुआ। इसमें दो एसआई जितेंद्र कुमार व सतेंद्र कुमार भी पथराव में घायल हुए हैं। निशांत मिश्रा, मनीष गुप्ता, महेश कुमार दर्जनों चोटिल हो गए। घायलों को मलखान सिंह जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अफसरों ने भागकर जान बचाई
बाबरी मंडी में पथराव व फायरिंग की सूचना पर मौके पर पहुंचे एसएसपी मुनीराज व अन्य अधिकारी भी पहुंचे थे, लेकिन यहां से लौटने पर एसएसपी चंदनशहीद रोड व घासमंडी की तरफ से हो रहे पथराव के बीच घिर गए। काफी देकर बाद जाकर पुलिस ने मोर्चा संभाला औैर आगे बढ़े। वहीं इससे कुछ ही देर पहले तो हालात इतने बेकाबू हो गए थे कि एडीएम सिटी राकेश मालपाणी, एसपी ट्रेफिक अजीजुल हक सहित अन्य अफसरों को पथराव व फायरिंग से खुद को बचाने के लिए दौड़ लगाना पड़ गई।
क्षतिपूर्ति कराएंगे
जिलाधिकारी चन्द्रभूषण सिंह ने बताया कि सीएए को लेकर चल रहे धरने पर बैठी महिलाओं में शामिल एएमयू छात्राओं ने बवाल कराया है। कई को चिह्नित कर लिया गया है, सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही बवाल में हुई क्षति की पूर्ति इनसे ही कराई जाएगी। हालात पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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