जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल इगलास विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के विधायक राजकुमार अपने किसी सहयोगी कार्यकर्ता के खिलाफ कार्रवाई के विराेध में गोंडा थाने पहुंचे थे। थाने में किसी बात को लेकर थाना अध्यक्ष और विधायक के बीच तनातनी हो गई। इस दौरान दोनों में भिड़ंत हो गई और मामला हाथापाई तक पहुंच गया। घटना के बाद विधायक ने एसओ पर मारपीट करने और अपने कपड़े फाड़ देने का आरोप लगाया था।
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यह मामला जब शासन स्तर पर पहुंचा तो पूरे प्रकरण को गंभीरता से लिया गया और तत्काल प्रभाव से थाना अध्यक्ष अनूप सैनी को निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ जांच बैठा दी गई। इस पूरे मामले की जांच एसपी ग्रामीण अतुल शर्मा को दी गई थी। इनके साथ ही आईजी दीपक रतन को भी जांच करने के लिए कहा गया था। आईजी दीपक रतन ने 24 घंटे से पहले ही अपनी जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी थी। जांच रिपोर्ट में थानाध्यक्ष को क्लीन चिट दी गई और शासन ने भी इस रिपोर्ट के आधार पर थानाध्यक्ष को क्लीन चिट दे दी। इस तरह थानाध्यक्ष को बहाल कर दिया गया। अलीगढ़ एसएसपी मुनिराज का कहना है कि विधायक प्रकरण में गोंडा थाने से निलंबित किए गए एसओ अनुज सैनी को बहाल कर दिया गया है। उन्होंने पूछने पर बताया कि अभी उन्हें किसी थाने का चार्ज नहीं दिया गया है। अनुज सैनी ने कहा सत्य की जीत हुई
आईजी की रिपोर्ट के बाद क्लीनचिट मिलने और बहाल होने वाले थाना प्रभारी अनुज सैनी ने अपनी बहाली काे सत्य की जीत बताया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें पहले से ही पूरा विश्वास था कि उनके साथ इंसाफ होगा। यह भी कहा कि वह ईमानदारी से अपना काम कर रहे थे और आगे भी करते रहेंगे। यहां यह भी जान लेना जरूरी है कि विधायक ने उस दाैरान पर पुलिस पर भ्रष्टाचार के आराेप भी लगाए थे।
आईजी की रिपोर्ट के बाद क्लीनचिट मिलने और बहाल होने वाले थाना प्रभारी अनुज सैनी ने अपनी बहाली काे सत्य की जीत बताया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें पहले से ही पूरा विश्वास था कि उनके साथ इंसाफ होगा। यह भी कहा कि वह ईमानदारी से अपना काम कर रहे थे और आगे भी करते रहेंगे। यहां यह भी जान लेना जरूरी है कि विधायक ने उस दाैरान पर पुलिस पर भ्रष्टाचार के आराेप भी लगाए थे।
सांसद समेत सात विधायकों ने उठाई थी आवाज
थाने में विधायक के साथ मारपीट प्रकरण काफी सुर्खियों में रहा था। दो सांसद समेत सात विधायकों ने इस मामले को पुरजोर तरीके से उठाया था। इस तरह जनप्रतिनिधियों ने एसओ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। अब रिपोर्ट के बाद थाना प्रभारी की बहाली होने पर यह मामला एक बार फिर सुर्खियों में बना हुआ है।
थाने में विधायक के साथ मारपीट प्रकरण काफी सुर्खियों में रहा था। दो सांसद समेत सात विधायकों ने इस मामले को पुरजोर तरीके से उठाया था। इस तरह जनप्रतिनिधियों ने एसओ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। अब रिपोर्ट के बाद थाना प्रभारी की बहाली होने पर यह मामला एक बार फिर सुर्खियों में बना हुआ है।