UGC: कैसा होगा एकेडेमिक कलैंडर और सेशन, जानें काम की खबर….

हालांकि ऑनलाइन कक्षाएं, ई-कंटेंट से पढ़ाई जारी है। लेकिन देश के ग्रामीण स्तर तक ऑनलाइन पढ़ाई की पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं।

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अजमेर.
कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन को देखते हुए यूजीसी एकेडेमिक कलैंडर पर चर्चा में जुट गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने यूजीसी को केंद्रीय और राज्यों के विश्वविद्यालयों, आईआईटी-आईआईएम सहित अन्य संस्थानों में परीक्षा, पढ़ाई और अन्य पहलुओं पर विचार कर रिपोर्ट देने को कहा है।
कोरोना संक्रमण के कारण देश के अधिकाश केंद्रीय और राज्यों के विश्वविद्यालयों, आईआईटी, आईआईएम, इंजीनियरिंग, मेडिकल और कई संस्थानों की सेमेस्टर और वार्षिक परीक्षाएं अटकी हुई हैं। विश्वविद्यालयों और कॉलेज में ऑफलाइन पढ़ाई ठप है। हालांकि ऑनलाइन कक्षाएं, ई-कंटेंट से पढ़ाई जारी है। लेकिन देश के ग्रामीण स्तर तक ऑनलाइन पढ़ाई की पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं।
पोखरियाल करेंगे चर्चा
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने यूजीसी को केंद्रीय और राज्यों के विश्वविद्यालयों के एकेडेमिक कलैंडर की समीक्षा और नए कलैंडर पर चर्चा करने को कहा है। पोखरियाल 17 मई को राज्यों के शिक्षा सचिवों से वर्चुअल संवाद करेंगे वे खासतौर पर स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के कोर्स, सेमेस्टर की अवधि, परीक्षाएं और प्रवेश, ऑनलाइन शिक्षण और अन्य बिंदुओं पर चर्चा करेंगे।
विश्वविद्यालयों-कॉलेज की चुनौतियां
-अटकी हैं सेमेस्टर और वार्षिक परीक्षाओं सहित प्रायोगिक परीक्षाएं
-शोधार्थियों को नहीं मिल रही रिसर्च लैब
-वार्षिक/सेमेस्टर की परीक्षाओं का टाइम टेबल
-वार्षिक परीक्षाओं की अवधि बढ़ाने पर नए सत्र पर असर
-ऑफलाइन परीक्षाएं या प्रमोशन फार्मूला
ई-कंटेंट और ऑनलाइन शिक्षा पर जोर
यूजीसी ने संस्थानों को ई-कंटेंट और ऑनलाइन शिक्षण पर जोर देने को कहा है। शहरी स्तर तो वर्चुअल क्लास, ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो गई है। ग्रामीण छात्र-छात्राओं तक उसका सीधा लाभ नहीं मिल रहा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से भी संपर्क किया है। ग्रामीण इलाकों के लिए दूरदर्शन और ऑन एयर चैनल पर ई-क्लासरूम, ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करने की भी योजना बनाई गई है।
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