आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती-2018 में लेटलतीफी बढ़ती जा रही है। कोरोना संक्रमण ने इंटरव्यू अटका दिए हैं। इसके चलते सरकार को 1051 आरएएस एवं अधीनस्थ सेवाओं के अफसर देरी से मिलेंगे। आयोग ने आरएएस एवं अधीनस्थ सेवाएं भर्ती के आवेदन 2 अप्रैल से 2018 से मांगे थे। आवेदन प्रक्रिया जून तक चली। तत्कालीन अध्यक्ष रहे डॉ. आर.एस. गर्ग का कार्यकाल खत्म हो गया। बाद में अध्यक्ष बने दीपक उप्रेती ने 5 अगस्त को आरएस प्रारंभिक परीक्षा परीक्षा कराई। इसका परिणाम 23 अक्टूबर 2018 को जारी हुआ। लेकिन प्रारंभिक से मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार तक याचिकाओं ने पीछा नहीं छोड़ा।
केस नंबर-1
अभ्यर्थियों की याचिका पर राजस्थान हाईकोर्ट की सिंगल बैंच ने आरएएस प्रारंभिक परीक्षा-2018 के प्रश्न संख्या 11 और 22 को हटाने सहित नए सिरे से परिणाम जारी करने के आदेश जारी किए। इसके खिलाफ आयोग ने हाईकोर्ट की खंडपीठ में याचिका दायर की। हाईकोर्ट के आदेशानुसार 25 और 26 जून 2019 को आरएएस मुख्य परीक्षा कराई।
अभ्यर्थियों की याचिका पर राजस्थान हाईकोर्ट की सिंगल बैंच ने आरएएस प्रारंभिक परीक्षा-2018 के प्रश्न संख्या 11 और 22 को हटाने सहित नए सिरे से परिणाम जारी करने के आदेश जारी किए। इसके खिलाफ आयोग ने हाईकोर्ट की खंडपीठ में याचिका दायर की। हाईकोर्ट के आदेशानुसार 25 और 26 जून 2019 को आरएएस मुख्य परीक्षा कराई।
केस-2
सुरज्ञान सिंह और अन्य ने प्रारंभिक परीक्षा की कट ऑफ को लेकर याचिका लगाई थी। बीते वर्ष जून में आयोग ने राजस्थान हाईकोर्ट में विशेष प्रार्थना पत्र दायर किया। सरकार ने भी आरएएस मुख्य परीक्षा के लिए आरक्षित अभ्यर्थियों को बुलाने के नियम में बदलाव किया। इसके बाद आयोग ने 9 जुलाई 2020 को मुख्य परीक्षा परिणाम जारी किया।
सुरज्ञान सिंह और अन्य ने प्रारंभिक परीक्षा की कट ऑफ को लेकर याचिका लगाई थी। बीते वर्ष जून में आयोग ने राजस्थान हाईकोर्ट में विशेष प्रार्थना पत्र दायर किया। सरकार ने भी आरएएस मुख्य परीक्षा के लिए आरक्षित अभ्यर्थियों को बुलाने के नियम में बदलाव किया। इसके बाद आयोग ने 9 जुलाई 2020 को मुख्य परीक्षा परिणाम जारी किया।
केस-3
पूर्व में आयोग में 7 दिसंबर 2020 से 13 जनवरी 2021 तक प्रथम चरण के साक्षात्कार कराना चाहता था। लेकिन हाईकोर्ट की एकल पीठ ने कविता गोदारा की याचिका पर 9 जुलाई 2020 को घोषित मुख्य परीक्षा परिणाम को रद्द कर संशोधित परिणाम जारी करने के निर्देश दिए। बाद में हाईकोर्ट खंडपीठ और हाल में सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ ने इसे रद्द किया।
पूर्व में आयोग में 7 दिसंबर 2020 से 13 जनवरी 2021 तक प्रथम चरण के साक्षात्कार कराना चाहता था। लेकिन हाईकोर्ट की एकल पीठ ने कविता गोदारा की याचिका पर 9 जुलाई 2020 को घोषित मुख्य परीक्षा परिणाम को रद्द कर संशोधित परिणाम जारी करने के निर्देश दिए। बाद में हाईकोर्ट खंडपीठ और हाल में सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ ने इसे रद्द किया।
देरी से मिलेंगे अफसर
याचिकाओं की अड़चनें दूर होने के बाद आयोग ने 22 से 26 मार्च तक पहले दौर के साक्षात्कार कराए थे। इसके बाद 31 मार्च से अप्रेल के पहले पखवाड़े तक इंटरव्यू कराए। कोरोना संक्रमण बढऩे के बाद आयोग ने पहले 19 से 30 अप्रेल और उसके बाद 3 से 7 मई तक के इंटरव्यू स्थगित कर दिए। आरएएस के 405 पद, अधीनस्थ सेवा के 575 पद और टीएसपी क्षेत्र के 37 पद (कुल 1017)शामिल थे। बाद में एमबीसी के 34 पद बढऩे से कुल पद 1051 हो गए हैं।
याचिकाओं की अड़चनें दूर होने के बाद आयोग ने 22 से 26 मार्च तक पहले दौर के साक्षात्कार कराए थे। इसके बाद 31 मार्च से अप्रेल के पहले पखवाड़े तक इंटरव्यू कराए। कोरोना संक्रमण बढऩे के बाद आयोग ने पहले 19 से 30 अप्रेल और उसके बाद 3 से 7 मई तक के इंटरव्यू स्थगित कर दिए। आरएएस के 405 पद, अधीनस्थ सेवा के 575 पद और टीएसपी क्षेत्र के 37 पद (कुल 1017)शामिल थे। बाद में एमबीसी के 34 पद बढऩे से कुल पद 1051 हो गए हैं।