1 अगस्त को हुई झमाझम बरसात के कारण आनासागर झील में पानी की आवक बढ़ गई थी। यह अपनी 13 फीट की पूर्ण क्षमता को भी पार कर गया। लिहाजा जिला प्रशासन ने जलस्तर कम करने का फैसला किया। जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित के निर्देश पर सिंचाई विभाग की टीम मौके पर पहुंची।
खोले दो चैनल गेट
सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता आनंद त्रिपाठी की अगुवाई में टीम ने गेट नंबर 3 और 4 को खोला। आठ-आठ इंच गेट खुलते ही पानी की निकासी शुरू हो गई। झील की भराव क्षमता 13 फीट 2 इंच से ज्यादा है। इसकी सुरक्षा के लिए पानी कम करने का फैसला किया गया है। इससे पहले 1 से 21 जुलाई तक झील के दो चैनल गेट खोलकर पानी निकाला गया है।
सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता आनंद त्रिपाठी की अगुवाई में टीम ने गेट नंबर 3 और 4 को खोला। आठ-आठ इंच गेट खुलते ही पानी की निकासी शुरू हो गई। झील की भराव क्षमता 13 फीट 2 इंच से ज्यादा है। इसकी सुरक्षा के लिए पानी कम करने का फैसला किया गया है। इससे पहले 1 से 21 जुलाई तक झील के दो चैनल गेट खोलकर पानी निकाला गया है।
यूं निकला पानी
झील के चैनल गेट से निकला पानी सुभाष उद्यान के सामने एस्केप चैनल से निकलकर नेहरू अस्पताल के यूरॉलीज विभाग के पीछे होकर जयपुर रोड, ब्रह्मपुरी, तोपदड़ा, पालबीचला, जादूघर,अलवर गेट होकर आदर्श नगर होकर खानपुरा तालाब पहुंचा। यहां से पानी पीसांगन औऱ होते हुए पाली जिले तक पहुंचेगा।
झील के चैनल गेट से निकला पानी सुभाष उद्यान के सामने एस्केप चैनल से निकलकर नेहरू अस्पताल के यूरॉलीज विभाग के पीछे होकर जयपुर रोड, ब्रह्मपुरी, तोपदड़ा, पालबीचला, जादूघर,अलवर गेट होकर आदर्श नगर होकर खानपुरा तालाब पहुंचा। यहां से पानी पीसांगन औऱ होते हुए पाली जिले तक पहुंचेगा।