कोरोना से हुई देरी अजमेर,भीलवाड़ा तथा राजसमन्द जिले में मंथली बिलिंग मई के महीने से ही होनी थी लेकिन कोरोना corona के कारण इसे टाल दिया गया। अजमेर डिस्कॉम के तहत अजमेर सिटी व ग्रामीण सर्किल,भीलवाड़ा,नागौर, राजसमन्द, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, चित्तौड़,उदयपुर, बांसवाड़ा, सीकर, झुंझुनू सर्किल के शहर व कस्बे आते हैं।
आरईआरसी ने दिए निर्देश
आरईआरसी ने दिए निर्देश
राजस्थान विद्युत नियामक आयोग (आरईआरसी) rerc ने 28 मई 2018 को ही मंथली बिलिंग के आदेश दे दिए थे लेकिन इसकी पालना नहीं की है। अब इसे गंभीरता से लेते हुए मंथली बिलिंग करनी होगी। यदि मंथली बिलिंग नहीं हुई तो आरईआरसी अजमेर डिस्कॉम पर पेनाल्टी लगाएगा। दिसम्बर तक मंथली बिलिंग के लिए अजमेर डिस्काम आरईआरसी के समक्ष शपथ पत्र प्रस्तुत कर चुका है। जयपुर डिस्कॉम में मंथली बिलिंग शुरु हो चुकी है।
डिस्कॉम पर असर
डिस्कॉम को हर माह राजस्व मिलेगा। क्योंकि अब हर माह कनेक्शन काटे जा सके गें। डिफेक्टिव मीटर जल्द बदले जाएंगे। क्योंकि अब हर माह मीटर रीटर जाएगा तो मीटर की स्थिति भी तुरंत पता चलेगी। फीडर वाइज,सब डिवीजन वाइज छीजत की गणना अधिक विश्वनीयता से होगी। वहीं मंथली बिलिंग के लिए निगम को अधिक स्टाफ चाहिए। स्टेशनरी का खर्च व प्रिंटिग का खर्च दो गुना आएगा, इससे वित्तीयभार पड़ेगा।
डिस्कॉम पर असर
डिस्कॉम को हर माह राजस्व मिलेगा। क्योंकि अब हर माह कनेक्शन काटे जा सके गें। डिफेक्टिव मीटर जल्द बदले जाएंगे। क्योंकि अब हर माह मीटर रीटर जाएगा तो मीटर की स्थिति भी तुरंत पता चलेगी। फीडर वाइज,सब डिवीजन वाइज छीजत की गणना अधिक विश्वनीयता से होगी। वहीं मंथली बिलिंग के लिए निगम को अधिक स्टाफ चाहिए। स्टेशनरी का खर्च व प्रिंटिग का खर्च दो गुना आएगा, इससे वित्तीयभार पड़ेगा।
उपभोक्ता पर असर
उपभोक्ता को अब साल में 6 के बजाय 12 बिल मिलेंगे। फिक्सचार्ज भी आधा लगेगा। सिक्योरिटी राशि कम लगेगी। प्रतिमाह कम राशि का बिल आएगा जिससे जमा करवाना में आसानी होगी। हालांकि अब बिल जमा करवाने के लिए दो बार जाना पड़ेगा। बिल की शिकायतों को दूर करवाने के लिए अब हर माह चक्कर लगाना होगा।
उपभोक्ता को अब साल में 6 के बजाय 12 बिल मिलेंगे। फिक्सचार्ज भी आधा लगेगा। सिक्योरिटी राशि कम लगेगी। प्रतिमाह कम राशि का बिल आएगा जिससे जमा करवाना में आसानी होगी। हालांकि अब बिल जमा करवाने के लिए दो बार जाना पड़ेगा। बिल की शिकायतों को दूर करवाने के लिए अब हर माह चक्कर लगाना होगा।