दसवीं और बारहवीं की बकाया परीक्षाओं के लिए सीबीएसई ने काउंसलिंग सेवा शुरू की है। विद्यार्थी 15 जुलाई तक परीक्षा की तैयारी, कोविड-19 संक्रमण के तहत सुरक्षा उपाय, स्वास्थ्य और अन्य विषयों पर सलाह सलाह ले सकेंगे।
दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं से पहले और पेपर देने के दौरान विद्यार्थी मानसिक दबाव और तनावग्रस्त रहते हैं। परीक्षा को लेकर घबराहट, भूख कम लगना, अंकों का दबाव और अन्य कारण शामिल होते हैं। बोर्ड प्रतिवर्ष विद्यार्थियों के लिए काउंसलिंग सेवा शुरू करता है। इस बार लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के चलते बोर्ड को 20 मार्च से परीक्षाएं स्थगित करनी पड़ी थी। यह परीक्षाएं अब 1 से 15 जुलाई तक कराई जानी हैं।
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सीबीएसई ने विद्यार्थियों के लिए काउंसलिंग सेवा शुरू की है। विद्यार्थी कोविड-19 संक्रमण से बचाव, परीक्षा की योजनाबद्ध तैयार सहित तनाव और दबाव को कम करने जैसे परामर्श देने के लिए सीबीएसई ने विशेषज्ञों को तैनात किया है। विद्यार्थी मोबाइल, लैंडलाइन अथवा टोल फ्री नम्बर पर विशेषज्ञों से सलाह लेने में जुट गए हैं। बोर्ड ने काउंसलिंग सेवा में कई प्राचार्यों, शिक्षकों, विशेषज्ञों और मनोविज्ञानियों को जोड़ा है।
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RPSC: भरें निरीक्षक कारखाना एवं बॉयलर्स और फिजियोथेरेपिस्ट भर्ती के फार्म परीक्षा से एक घंटा पहले प्रवेश, केंद्रों का सेनेटाइजेशन जरूरी अजमेर. दसवीं और बारहवीं की बकाया परीक्षाओं में सोशल डिस्टेसिंग और केंद्रों का सेनेटाइजेशन जरूरी है। विद्यार्थी एक घंटा पूर्व परीक्षा केंद्र पर प्रवेश कर सकते हैं। यह बात राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष प्रो. डी. पी. जारोली ने शिक्षा अधिकारियों की बैठक में कही।प्रो. जारोली ने कहा कि जून में दसवीं-बारहवीं की शेष परीक्षाएं और परिणाम पहली प्राथमिकता है। जिला शिक्षा अधिकारी अपने क्षेत्र के केन्द्राधीक्षकों को सूचना देकर कोविड सेंटर बने परीक्षा केंद्रों पर जिला प्रशासन एवं नगर पालिका के माध्यम से सेनेटाइज कराने की व्यवस्था करें। बोर्ड विद्यार्थियों के लिए आवश्यक निर्देश जारी करेगा। इसमें सोशल डिस्टेसिंग, सेनेटाइजेशन और एक घंटा पूर्व परीक्षा केन्द्र पर प्रवेश जैसे निर्देश शामिल होंगे।