सीबीएसई से सम्बद्ध स्कूल दसवीं के विद्यार्थियों का परिणाम तैयार करने में जुटे हैं। विद्यार्थियों के बकाया मूल्यांकन/परीक्षा लेने की अवधि समाप्त हो गई है। अब 20 मई तक स्कूल को सीबीएस कई पोर्टल पर विद्यार्थियों के अंक अपलोड करने होंगे।
कोरोना संक्रमण के चलते सीबीएसई ने दसवीं की परीक्षाएं रद्द कर विद्यार्थियों को प्रमोट करने का फैसला है। विषयवार 100 अंक से मूल्यांकन किया जा रहा है। इसमें आंतरिक मूल्यांकन 20 नंबर के होंगे। शेष 80 नंबर के तहत 10 अंक यूनिट/पीरियोडिक टेस्ट के होंगे। 30 अंक अद्र्धवार्षिक अथवा त्रैमासिक परीक्षा तथा 40 अंक प्री-बोर्ड परीक्षा के होंगे।
20 तक अपलोड करेंगे अंक
सभी स्कूल को 20 मई तक सीबीएसई के पोर्टल पर दसवीं के विद्यार्थियों के अंक अपलोड करने होंगे। इनमें आंतरिक मूल्यांकन, यूनिट/पीरियोडिक टेस्ट, अद्र्धवार्षिक और प्री.बोर्ड परीक्षा के अंक शामिल हैं। सीबीएसई ने अंक अपलोड करने के लिए पोर्टल खोल दिया है। प्राचार्यों की अध्यक्षता में गठित समितियों को अंक अपलोड करने होंगे। जो विद्यार्थीपीरियोडिक/त्रैमासिक/अद्र्ध वार्षिक परीक्षा में शामिल नहीं हुए थे उनकी परीक्षा ऑनलाइन/ऑफलाइन अथवा टेलीफोन पर प्रश्न पूछकर ली गई है।
सभी स्कूल को 20 मई तक सीबीएसई के पोर्टल पर दसवीं के विद्यार्थियों के अंक अपलोड करने होंगे। इनमें आंतरिक मूल्यांकन, यूनिट/पीरियोडिक टेस्ट, अद्र्धवार्षिक और प्री.बोर्ड परीक्षा के अंक शामिल हैं। सीबीएसई ने अंक अपलोड करने के लिए पोर्टल खोल दिया है। प्राचार्यों की अध्यक्षता में गठित समितियों को अंक अपलोड करने होंगे। जो विद्यार्थीपीरियोडिक/त्रैमासिक/अद्र्ध वार्षिक परीक्षा में शामिल नहीं हुए थे उनकी परीक्षा ऑनलाइन/ऑफलाइन अथवा टेलीफोन पर प्रश्न पूछकर ली गई है।
ग्यारहवीं में होंगे प्रमोट
किसी विद्यार्थी के विषयवार अंक कम आने पर भी उसे पूरक योग्य घोषित करते हुए ग्यारहवीं में प्रमोट किया जाएगा। उसके पूरक परीक्षा पास करने पर ग्यारहवीं में स्थाई तौर पर उत्तीर्ण किया जाएगा। विद्यार्थियों को अंकों की गणना, जंची हुई कॉपी की फोटो प्रति लेने और पुनर्मूल्यांकन की सुविधा देय नहीं होगी।
किसी विद्यार्थी के विषयवार अंक कम आने पर भी उसे पूरक योग्य घोषित करते हुए ग्यारहवीं में प्रमोट किया जाएगा। उसके पूरक परीक्षा पास करने पर ग्यारहवीं में स्थाई तौर पर उत्तीर्ण किया जाएगा। विद्यार्थियों को अंकों की गणना, जंची हुई कॉपी की फोटो प्रति लेने और पुनर्मूल्यांकन की सुविधा देय नहीं होगी।