अजमेर जिले में साल 2020 में मानसून मेहरबान नहीं रहा है। जिला औसत बरसात के 550 मिलीमीटर आंकड़े से दूर रहा। कई तालाब-बांध खाली पड़े हैं। साल 2021 में इसका असर देखने को मिलेगा।
स्काईमेट, मौसम विभाग सहित कई संस्थाओं ने इस साल 92 से 94 प्रतिशत तक बरसात की भविष्यवाणी की थी। लेकिन अजमेर जिले में मानसून जमकर नहीं बरसा। इस बार 1 जून से 30 सितंबर तक अजमेर शहर सहित जिले के किसी हिस्से में ताबड़तोड़ बरसात या बाढ़ जैसे हालात नहीं बने।
2021 में बढ़ेगी परेशानी
इस बार जिले के 60 प्रतिशत बांधों-तालाबों में पानी पहुंचा, लेकिन वह भी पर्याप्त नहीं है। 40 प्रतिशत जलाशय तो खाली पड़े हैं। 2021 की गर्मियों में पेयजल और खेतों की सिंचाई करने में दिक्कतें बढ़ेंगी। जिले की लाइफ लाइन माने जाने वाले बीसलपुर बांध में फिलहाल 313 आरएल मीटर पानी है। यह दिसंबर 2021 तक ही चल सकेगा।
इस बार जिले के 60 प्रतिशत बांधों-तालाबों में पानी पहुंचा, लेकिन वह भी पर्याप्त नहीं है। 40 प्रतिशत जलाशय तो खाली पड़े हैं। 2021 की गर्मियों में पेयजल और खेतों की सिंचाई करने में दिक्कतें बढ़ेंगी। जिले की लाइफ लाइन माने जाने वाले बीसलपुर बांध में फिलहाल 313 आरएल मीटर पानी है। यह दिसंबर 2021 तक ही चल सकेगा।
ये थे 2019 के हाल
पिछले साल 1 जून से 30 सितंबर तक अजमेर सहित जिले में ताबड़तोड़ बरसात हुई थी। आनासागर झील का जलस्तर बढ़कर 15 फीट 2 इंच तक जा पहुंचा था। जिले की औसत बारिश 550 से कहीं ज्यादा 900 मिलीमीटर बारिश हो चुकी थी। जिले के 80 फीसदी तालाब-बांध लबालब हो गए थे। बीसलपुर बांध भी 315.50 आरएल मीटर भराव क्षमता को पार कर गया था। इसके गेट खोलकर पानी की निकासी की गई थी।
पिछले साल 1 जून से 30 सितंबर तक अजमेर सहित जिले में ताबड़तोड़ बरसात हुई थी। आनासागर झील का जलस्तर बढ़कर 15 फीट 2 इंच तक जा पहुंचा था। जिले की औसत बारिश 550 से कहीं ज्यादा 900 मिलीमीटर बारिश हो चुकी थी। जिले के 80 फीसदी तालाब-बांध लबालब हो गए थे। बीसलपुर बांध भी 315.50 आरएल मीटर भराव क्षमता को पार कर गया था। इसके गेट खोलकर पानी की निकासी की गई थी।
जिले में हुई बरसात….
अजमेर 500, श्रीनगर 225, गेगल 325, पुष्कर 510, गोविन्दगढ़ 330, बूढ़ा पुष्कर 490, नसीराबाद 450, पीसांगन 620, मांगलियावास 290, किशनगढ़ 300, बांदरसींदरी 150, रूपनगढ़ 355 , अरांई 400, ब्यावर 401, जवाजा 410, टॉडगढ़ 512, सरवाड़ 580, गोयला 350, केकड़ी 480, सावर 460 भिनाय 300, मसूदा 280, बिजयनगर 390, नारायणसागर 410 मिमी।
अजमेर 500, श्रीनगर 225, गेगल 325, पुष्कर 510, गोविन्दगढ़ 330, बूढ़ा पुष्कर 490, नसीराबाद 450, पीसांगन 620, मांगलियावास 290, किशनगढ़ 300, बांदरसींदरी 150, रूपनगढ़ 355 , अरांई 400, ब्यावर 401, जवाजा 410, टॉडगढ़ 512, सरवाड़ 580, गोयला 350, केकड़ी 480, सावर 460 भिनाय 300, मसूदा 280, बिजयनगर 390, नारायणसागर 410 मिमी।
बांधों-तालाबों की स्थिति
आनासागर-13.0, फायसागर-15, रामसर-5.1, शिवसागर न्यारा-6, पुष्कर-11, राजियावास-0.10, मकरेड़ा-10.7, गोविंदगढ़-0.80, अजगरा-3.6, ताज सरोवर अरनिया-9.8, मदन सरोवर धानवा-9.0, बिसून्दनी-3.26, नारायणसागर खारी-0.9, डेह सागर बड़ली-7.2, न्यू बरोल-5.6, मान सागर जोताया-3.0, लसाडिय़ा-1.78, पारा प्रथम-3.3 खाली पड़े हैं ये जलाशय
ऊंटड़ा, मूंडोती, नाहर सागर पिपलाज, फूलसागर कायड़, बीर, कोडिया सागर, जवाहर सागर सिरोंज, राज सागर, जड़ जोड़ला सरवाड़, गोविंद सागर, रणसमंद नयागांव, अम्बापुर,नंदवंतिया सागर और अन्य
आनासागर-13.0, फायसागर-15, रामसर-5.1, शिवसागर न्यारा-6, पुष्कर-11, राजियावास-0.10, मकरेड़ा-10.7, गोविंदगढ़-0.80, अजगरा-3.6, ताज सरोवर अरनिया-9.8, मदन सरोवर धानवा-9.0, बिसून्दनी-3.26, नारायणसागर खारी-0.9, डेह सागर बड़ली-7.2, न्यू बरोल-5.6, मान सागर जोताया-3.0, लसाडिय़ा-1.78, पारा प्रथम-3.3 खाली पड़े हैं ये जलाशय
ऊंटड़ा, मूंडोती, नाहर सागर पिपलाज, फूलसागर कायड़, बीर, कोडिया सागर, जवाहर सागर सिरोंज, राज सागर, जड़ जोड़ला सरवाड़, गोविंद सागर, रणसमंद नयागांव, अम्बापुर,नंदवंतिया सागर और अन्य