मुख्यमंत्री गहलोत के आश्वासन पर ब्यावर विधायक ने तोड़ा अनशन, सभी मांगें मानी, इसे जनता की बताई जीत

ब्यावर को अब 323 ऑक्सीजन सिलेंडर मिलेंगे,युवाओं का टीकाकरण इसी सप्ताह होगा शुरू,अस्पताल में खराब वेंटिलेटर जल्द सुधरेंगे

<p>मुख्यमंत्री गहलोत के आश्वासन पर ब्यावर विधायक ने तोड़ा अनशन, सभी मांगें मानी, इसे जनता की बताई जीत</p>
अजमेर/ब्यावर. अस्पतालों में व्याप्त अव्यवस्थाओं और समय पर इलाज नहीं मिलने से बढ़ रहे मौतों के मुद्दे पर रविवार को अनशन पर बैठे विधायक शंकरसिंह रावत की सभी मांगें मान ली गई। विधायक ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से फोन पर बात की और जिला आबकारी अधिकारी व कोर्डिनेटर विशाल दवे से चर्चा की। इसके बाद करीब पांच घंटे में अनशन खत्म कर दिया गया।
प्रशासनिक अधिकारियों ने उपखंड की ऑक्सीजन सप्लाई बढ़ाकर 323 सिलेंडर करने और 18 वर्ष से अधिक के आयु वर्ग का टीकाकरण शुरू करने आदि मांगों को मान लिया गया। अस्पताल में खराब वेंटिलेटर ठीक करने और मरीजों को समय पर इलाज मुहैया कराने पर भी सहमति बनी।
जिला कलक्टर ने विधायक रावत से की बात

जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने विधायक रावत से बात करअनशन खत्म करने का आग्रह किया। ब्यावर, जवाजा और टॉडगढ़ से जुड़ी सभी मांगों पर सहमति बनने के बाद विधायक ने अनशन समाप्त करने की घोषणा की। कोविड-19 को लेकर नियुक्त कॉर्डिनेटर जिला आबकारी अधिकारी विशाल दवे ब्यावर पहुंचे और अनशन तुड़वाया। उल्लेखनीय है कि ब्यावर को अभी ८० ऑक्सीजन सिलेंडर मिल रहे थे, जिन्हें एक दिन पूर्व ही बढ़ाकर 100 किया गया था।
कोरोना संक्रमितों को लेकर दर्शाई थी चिंता

शहर में कोविड के चलते बढ़ती मौतों को लेकर विधायक रावत ने तीन दिन पूर्व मांगें रखीं। प्रशासन ने कुछ मांगें मान ली। इसके बाद विधायक ने शनिवार को अनशन की चेतावनी देते हुए प्रतिदिन 500 ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई करने की मांग रखी। विधायक रविवार सुबह कार्यकर्ताओं के साथ अनशन पर बैठ गए। रेड अलर्ट जनअनुशासन लॉकडाउन के बावजूद विधायक रावत का विरोध देखते हुए पुलिस प्रशासन भी तैनात रहा।
इन मांगों पर बनी सहमति

– ब्यावर के लिए 323 या इससे अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध होंगे।

– 18 वर्ष से अधिक के युवाओं का वैक्सीनेशन अगले सप्ताह से शुरू

– अमृतकौर अस्पताल में बंद पड़े वेंटिलेटर होंगे शुरू
– जवाजा अस्पताल से अजमेर डेपुटेशन पर लगे डॉक्टर वापस आएंगे।

– टॉडगढ़ व जवाजा अस्पताल में रोगियों की जांचें बढेंग़ी।

-ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे करके बीमार लोगों तक दवाइयां पहुंचाई जाएंगी।
– क्षेत्र के अस्पतालों में साफ-सफाई व्यवस्था बढ़ेगी।

– मरीजों के साथ अस्पतालकर्मी अच्छा व्यवहार करें।

यह रहे मौजूद

जिला आबकारी अधिकारी व कोविड कॉर्डिनेटर विशाल दवे ने विधायक का अनशन समाप्त कराया। इससे पहले उपखंड अधिकारी रामप्रकाश, तहसीलदार प्रदीप मालवीय, कोविड सेल प्रभारी शलभ टंडन सहित पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने भी समझाइश की। अनशन के दौरान सभापति नरेश कनोजिया, जवाजा प्रधान गणपतसिंह रावत, रामचंद्र चौधरी देलवाड़ा, उपसभापति रिखबचंद खटोड़, पिंटू साहू, बलवीरसिंह रावत, पार्षद सुरेंद्र सोनी, कुलदीप बोहरा, मंगतसिंह मोनू, जयकिशन बल्दुआ, भूपेंद्र भोजक, हंसराज शर्मा, नैनाराम, भागचंद फुलवारी, सुनिता भाटी, मोहन सिंगारिया, वेदराज भाटी आदि मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने मानी सभी मांगें

जिला कलक्टर के यहां नहीं होने से ब्यावर नहीं आ सके। सुबह 10 बजे से अनशन शुरू किया। दोपहर 3 बजे मुख्यमंत्री से बात हुई और सभी मांगें मानते हुए अनशन तोडऩे की बात कही। जिला कॉर्डिनेटर विशाल दवे से मांगों पर सहमति मिलने के बाद अनशन तोड़ दिया है। यह ब्यावर की सफलता है, सहयोगियों का धन्यवाद। सरकार को हमारी वाजिब मांगों के आगे झुकना पड़ा।
शंकरसिंह रावत, विधायक ब्यावर
18 प्लस आयु वर्ग का टीकाकरण शीघ्र शुरू हों। मुख्यमंत्री गहलोत ने इसी सप्ताह से 18 प्लस आयु वालों के अब टीका लगाने की घोषणा की। युवा वर्ग को टीके का इंतजार है। टीकाकरण की घोषणा से ही हमारी मांग थी कि ब्यावर में टीकाकरण शुरू किया जाए। संक्रमण को देखते हुए युवा वर्ग के लिए टीकाकरण जरूरी है। रजिस्ट्रेशन कराने वाले टीकाकरण केंद्रों के चक्कर लगा रहे हैं। दूसरी ओर जिले में कई जगह यह टीकाकरण चालू है। ब्यावर में टीकाकरण होने से युवाओं को खुशी मिलेगी।
नरेश कनोजिया, सभापति नगर परिषद, ब्यावर
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