3.60 करोड़ की लागत से अजमेर, ब्यावर, किशनगढ, केकड़ी व श्रीनगर में लगेंगे प्लांट राज्य सरकार ने दी मंजूरी

जिले में बनेंगे 6 नए ऑक्सीजन प्लांट
ऑक्सीजन उत्पादन में जिला बनेगा आत्मनिर्भर

अजमेर. महामारी से संघर्ष और कोरोना से बचाव की तैयारियों के तहत सरकार ने अजमेर जिले के अस्पतालों को ऑक्सीजन उपलब्धता में आत्मनिर्भर बनाने के लिए 6 नए ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट लगाने की मंजूरी state government approved दी है। यह प्लांट अजमेर, ब्यावर, किशनगढ़, केकड़ी व श्रीनगर Ajmer, Beawar, Kishangarh, Kekri and Srinagar में लगाए जाएंगे। इनकी स्थापना पर करीब 3.60 करोड़ crore की लागत आएगी। यह प्लांट 2 महीनों में बनकर तैयार होंगे। ऑक्सीजन प्लांट स्थापना के प्रभारी तथा अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त अक्षय गोदारा ने बताया कि सरकार द्वारा अजमेर जिले में विभिन्न स्थानों पर ऑक्सीजन प्लांट लगाने की मंजूरी दी गई है। इन सभी प्लांट की स्थापना के लिए प्रक्रिया भी तुरन्त शुरू कर दी गई है। गोदारा ने बताया कि अजमेर विकास प्राधिकरण की देखरेख में जेएलएन अस्पताल अजमेर, जनाना अस्पताल तथा श्रीनगर सीएचसी में 100-100 सिलेंडर प्रतिदिन क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगे। प्रत्येक प्लांट की स्थापना पर 65 लाख रूपए खर्च आएगा।
यहां स्थानीय निकाय करेंगे निगरानी
स्थानीय निकाय विभाग की देखरेख में ब्यावर, किशनगढ व केकड़ी में 75-75 सिलेंडर प्रतिदिन क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे। इनमें प्रत्येक की स्थापना पर 55 लाख रूपये का खर्च आएगा। अगले चरण में अजमेर जिले की पुष्कर, सरवाड़ एवं बिजयनगर पालिका क्षेत्रों के चिकित्सालयों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापना की प्रक्रिया शुरू होगी।
पूर्व में स्वीकृत ऑक्सीजन प्लांट
जएलएन अस्पताल में स्मार्ट सिटी योजना के तहत 175 सिलेंडर प्रतिदिन क्षमता के 2 ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट भी पूर्व में स्वीकृत किए गए है। इस कार्य पर 3 करोड़ रूपए की लागत आएगी। सरकार द्वारा शहर के चिकित्सालयों में 90 और 60 सिलेण्डर प्रतिदिन क्षमता के 2 नए ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट स्वीकृत किए गए है। इन पर करीब 1.5 करोड़ रूपए की लागत आएगी। डीआरडीओ ने भी 200 सिलेंडर प्रतिदिन क्षमता का एक नया प्लांट अस्पताल के लिए स्वीकृत किया है। इसके साथ ही अस्पताल में ऑक्सीजन मेनीफोल्ड के पास 20 केएल क्षमता का लिक्विड ऑक्सीजन स्टोरेज प्लांट स्थापित किया जा रहा है। इसमें बाहर से आने वाली लिक्विड ऑक्सीजन का स्टोरेज किया जाएगा।
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