कोरोना प्रभावित विद्यार्थियों की मदद करेगा माइका

एडीसी के साथ मिलकर शुरू किया एमआइ-एम्पेथी प्रोजेक्ट, तकनीकी संस्थानों के 38 लाख विद्यार्थियों पर देंगे ध्यान

<p>कोरोना प्रभावित विद्यार्थियों की मदद करेगा माइका</p>
अहमदाबाद. कोरोना महामारी के चलते प्रभावित हुए विद्यार्थियों की मदद के लिए माइका ने पहल की है। इसके लिए एसोसिएशन ऑफ डेवलपमेंट कम्युनिकेशन (एडीसी) के साथ हाथ मिलाया है। दोनों ही संस्थाओं ने मिलकर देशभर में एमआई-एम्पेथी प्रोजेक्ट शुरू करने की घोषणा की है। जिसके तहत कोरोना प्रभावित विद्यार्थियों को उनके प्रोजेक्ट को बनाने में शैक्षणिक मदद व मार्गदर्शन दिया जाएगा। इतना ही नहीं फीस भर पाने के चलते पढ़ाई छोडऩे को मजबूर हुए विद्यार्थियों की फीस को भरने में भी मदद की जाएगी। इसके लिए क्राउड फंडिंग के जरिए आर्थिक धनराशि जुटाने के साथ संबंधित संस्थआनों से भी संपर्क करके फीस में रियायत देने की मांग की जाएगी।
माइका के अध्यक्ष व निदेशक डॉ.शैलेन्द्रराज मेहता ने बताया कि कोरोना महामारी के बाद के इस कठिन दौर में माइका के प्राध्यापक, विद्यार्थी एवं एडीसी की टीम ने विद्यार्थियों की मदद के लिए यह पहल की है।
पहले चरण में देशभर के तकनीकी संस्थानों के 38 लाख विद्यार्थियों को इस योजना के तहत ध्यानार्थ लिया जाएगा। जिसके तहत कोरोना के चलते माता पिता व कमाने वाले सदस्य को खोने के चलते आर्थिक संकट झेल रहे विद्यार्थियों की पहचान सुनिश्चित की जाएगी। उनसे संपर्क करके उनकी समस्या को हल करने के लिए उनके संस्थान से भी संपर्क किया जाएगा। ताकि ऐसे विद्यार्थी अपनी पढ़ाई को जारी रखें। मदद के लिए सरकार से भी गुहार लगाई जाएगी।
इस योजना को तैयार करने वाले माइका के वरिष्ठ प्राध्यापक व एडीसी के उपाध्यक्ष प्रो. अरबिंद सिन्हा ने बताया कि बीते डेढ़ साल में कोरोना के चलते कई विद्यार्थियों ने अपने परिजनों को गंवाया है। इसमें से कई ऐसे हैं जो अब अपने संस्थान की फीस भरने में भी सक्षम नहीं हैं। लिहाजा उनके पढ़ाई छोडऩे की नौबत है। हमारा विचार है कि हम ऐसे सभी विद्यार्थियों की मदद करने के लिए एक ऐसा मॉडल तैयार करें जिसमें विद्यार्थी, उसका संस्थान, राज्य सरकार, केन्द्र सरकार व अन्य ऐसे दाता व लोग शामिल हों जो इसमें मददरूप हो सकें।
इसमें दोनों ही संगठन व संस्थान के प्राध्यापक व लोगों की टीम बनाई जाएगी। डाटा एकत्र कर विद्यार्थियों की आर्थिक मदद के साथ साथ अकादमिक मदद भी की जाएगी। जिसमें उन्हें प्रोजेक्ट बनाने एवं उसके लिए जरूरी मार्गदर्शन देना शामिल है। इसके लिए दोनों ही संस्थाओं को प्राध्यापक मदद करेंगे।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.