इस बार को महानगरपालिका के चुनावों में आम आदमी पार्टी ‘आपÓ ने 27 सीटें हासिल कर गुजरात की राजनीति कदम रखा है। वहीं ओवैसी की पार्टी एआईएमएएएम ने अहमदाबाद महानगरपालिका के मकतमपुरा और जमालपुर वॉर्ड में अपनी परचम लहराकर गुजरात की राजनीतिक में प्रवेश किया है। वहीं सभी छह महानगरपालिका में कहीं-कहीं पर तो कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के बीच जीत का मार्जिन कम रही। जहां कांग्रेस हारी है उन वॉर्ड में बहुजन समाज पार्टी (बसपा), आप और एआईएमएएएम के प्रत्याशियों को मिले वोट कांग्रेस प्रत्याशियों के विलन गए।
यदि अहमदाबाद महानगरपालिका के बापूनगर के वॉर्ड की बात की जाए तो भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के बीच 1500 से 2000 मतों का था। वहीं आप और बसपा के प्रत्याशी 1600 से लेकर 2600 मत हासिल कर कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत में बाधा बन गए। यही हालात सरदारनगर वॉर्ड में रहा जहां कांग्रेस प्रत्याशी का भाजपा प्रत्याशी के बीच का अंतर दो सौ मतों का था, लेकिन आम आदमी पार्टी (आप) के प्रत्याशी दो हजार से ज्यादा मत हासिल कर लिए और कांग्रेस प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा। ऐसे कई वॉर्ड हैं जहां भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के हार-जीत का अंतर बहुत कम है। यहां बसपा, आप के चलते कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। वहीं सूरत महानगरपालिका में तो कांग्रेस खाता तक नहीं खोल पाई। वहां आम आदमी पार्टी (आप) विपक्ष में बैठेगी। जो चुनाव परिणाम आए हैं वे बताते हैं कि अब कांग्रेस को भाजपा के साथ-साथ बसपा, आप और एआईएमएएएम का भी सामना करना पड़ेगा।
ये है सीटों का गठित
राज्य की छह महानगरपालिका चुनाव में 575 सीटों में से 482 सीटों पर भाजपा का कब्जा रहा। वहीं 55 सीटें कांग्रेस और 27 सीटें आम आदमी पार्टी को मिलीं। वहीं तीन सीटें बहुजन समाज पार्टी और ऑल इंडिया मजलस ए एतीहादुल मुस्लिमीन (एआईएमएएएम) को सात सीटें मिलीं। जबकि एक निर्दलीय प्रत्याशी को जीत मिली।
राज्य की छह महानगरपालिका चुनाव में 575 सीटों में से 482 सीटों पर भाजपा का कब्जा रहा। वहीं 55 सीटें कांग्रेस और 27 सीटें आम आदमी पार्टी को मिलीं। वहीं तीन सीटें बहुजन समाज पार्टी और ऑल इंडिया मजलस ए एतीहादुल मुस्लिमीन (एआईएमएएएम) को सात सीटें मिलीं। जबकि एक निर्दलीय प्रत्याशी को जीत मिली।