पकड़े गए आरोपियों में रायखड गफूर बिल्डिंग निवासी उवेश मेमण (२८), सरखेज जागृति स्कूल के पास गजाला रो हाऊस निवासी तौफिक अहमद शेख (24), दरियापुर शाह हैदर का मोहल्ला निवासी मो.अशरफ शेख (33) शामिल हैं।
क्राइम ब्रांच के अनुसार उन्हें सूचना मिली कि कुछ लोग मेडिकल ऑक्सीजन के सिलेंडरों की भी कालाबाजारी कर रहे हैं। उसे १५ से २५ हजार रुपए जितनी ऊंची कीमत पर बिना लाइसेंस और मंजूरी के बेच रहे हंै। जिसके आधार पर शुक्रवार को सरखेज वन्डरलैंड के पास स्थित गुजरात सेफ्टी नाम के गोदाम में दबिश दी यहां तीनों आरोपी सिलेन्डरों की बिक्री करते मिले। मौके से ६ लीटर के भरे हुए २८ मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडर और १० लीटर के पांच सिलेंडर तथा छह लीटर के खाली छह सिलेंडर बरामद हुए। कुल दो लाख ३४ हजार रुपए से ज्यादा का मुद्दामाल और बिल बुक बरामद हुई।
आरोपियों ने पूछताछ में कबूला कि यह सिलेंडर गुजरात फायर सिस्टम के मालिक भरुच निवासी जैद जुनानी के पास से लाते थेे। इन सिलेंडरों को जैद के पिता असलम जुनानी के गुजरात सेफ्टी के गोदाम में रखते थे। यहीं से कोरोना मरीजों के परिजनों को १५ से २५ हजार रुपए जितनी ऊंची कीमत पर बेचते थे। २५ अप्रेल से वे ऐसा कर रहे हैं। अब तक २०० सिलेंडर बेच चुके हैं।
आरोपियों के पास इनकी बिक्री के लिए ड्रग इंस्पेक्टर कार्यालय की ओर से कोई मंजूरी नहीं ली गई है। जबकि इसकी बिक्री के लिए मंजूरी जरूरी होती है। जिससे आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में जैद जुनानी और उसके पिता असलम जुनानी को फरार घोषित किया गया है।
क्राइम ब्रांच के अनुसार उन्हें सूचना मिली कि कुछ लोग मेडिकल ऑक्सीजन के सिलेंडरों की भी कालाबाजारी कर रहे हैं। उसे १५ से २५ हजार रुपए जितनी ऊंची कीमत पर बिना लाइसेंस और मंजूरी के बेच रहे हंै। जिसके आधार पर शुक्रवार को सरखेज वन्डरलैंड के पास स्थित गुजरात सेफ्टी नाम के गोदाम में दबिश दी यहां तीनों आरोपी सिलेन्डरों की बिक्री करते मिले। मौके से ६ लीटर के भरे हुए २८ मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडर और १० लीटर के पांच सिलेंडर तथा छह लीटर के खाली छह सिलेंडर बरामद हुए। कुल दो लाख ३४ हजार रुपए से ज्यादा का मुद्दामाल और बिल बुक बरामद हुई।
आरोपियों ने पूछताछ में कबूला कि यह सिलेंडर गुजरात फायर सिस्टम के मालिक भरुच निवासी जैद जुनानी के पास से लाते थेे। इन सिलेंडरों को जैद के पिता असलम जुनानी के गुजरात सेफ्टी के गोदाम में रखते थे। यहीं से कोरोना मरीजों के परिजनों को १५ से २५ हजार रुपए जितनी ऊंची कीमत पर बेचते थे। २५ अप्रेल से वे ऐसा कर रहे हैं। अब तक २०० सिलेंडर बेच चुके हैं।
आरोपियों के पास इनकी बिक्री के लिए ड्रग इंस्पेक्टर कार्यालय की ओर से कोई मंजूरी नहीं ली गई है। जबकि इसकी बिक्री के लिए मंजूरी जरूरी होती है। जिससे आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में जैद जुनानी और उसके पिता असलम जुनानी को फरार घोषित किया गया है।