मुख्यमंत्री ने कहा कि शनिवार से मोरबी सिविल अस्पताल में कोरोना टेस्टिंग के लिए नई लेबोरेट्री कार्यरत हो जाएगा। मोरबी में सरकारी 280 समेत कुल 900 बेड की सुविधा उपलब्ध है। अभी निजी हॉस्पिटलों, ट्रस्टों, समाजों के सहयोग से कोरोना के मामूली असर वाले मरीजों का ग्रामीण क्षेत्र में ही इलाज की सुविधा दिलाने के लिए 500 बेड की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि मोरबी सिविल अस्पताल में जरूरत के मुताबिक दवाओं का पूरा स्टॉक उपलब्ध है।
रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी पूरी आपूर्ति है। नए 700 इंजेक्शन भी शनिवार को उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने आगाह किया कि अनावश्यक रेमडेसिविर का इंजेक्शन लेने से इसका खराब असर लीवर, किडनी समेत शरीर के अन्य अंगों पर होता है। मुख्यमंत्री ने मोरबी के सांसद मोहनभाई कुंडारिया के साथ संकलन करते हुए टीकाकरण, जागरूकता, कोरोना केयर सेंटर आदि की व्यवस्था विभिन्न संस्थाओं की ओर से करने की सराहना की। मुख्यमंत्री ने मोरबी जिला प्रशासन की ओर से कोरोन संक्रमण को काबू में लेने के लिए किए प्रयासों पर संतोष जताते हुए सिविल अस्पताल के मरीजों को बेहतर इलाज के लिए प्रबंधन के संबंध में अधिकारियों की विशेष नियुक्ति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मोरबी के प्रभारी सचिव मनीषा चंद्रा हाल के दिनों में सीधे देखरेख रखेंगी। इस अवसर पर उन्होंने अधिकारियों को कोविड निर्देश का पालन कराने संबंधी सूचना भी दी। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उपमुख्यमंत्री, सांसद समेत विधायक परषोत्तम साबरिया, जिला भाजपा प्रमुख दुर्लभभाई देथरिया, मुख्य सचिव अनिल मुकीम, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के कैलाशनाथन, स्वस्थ्य विभाग की प्रधान सचिव जयंती रवि, प्रभारी सचिव मनिषा चंद्रा, कलक्टर जे बी पटेल आदि मौजूद रहे।