यह भी पढ़ें- 24 फरवरी से तलबाओं के लिए खुल जाएंगे देवबन्द दारुल उलूम के दरवाजे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के सुपरिटेंडेंट वसंत स्वर्णकार ने बताया कि जल्द ही ताज को ऐसे पब्लिक एड्रेस सिस्टम से लैस किया जाएगा, जो अभी तक देश के किसी भी स्मारक में नहीं है। उन्होंने बताया कि इस सिस्टम के जरिये कोई भी घटना या इमरजेंसी होने पर एक साथ सबको सूचना मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि पब्लिक एड्रेस सिस्टम के तहत ताजमहल परिसर में जगह-जगह स्पीकर लगाए जाएंगे, जो एक कंट्रोल रूम से संचालित होंगे। उन्होंने बताया कि ताजमहल में यह व्यवस्था मार्च तक शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि पर्यटकों का सामान गुम होने या बच्चों के इधर-उधर होने जैसी सभी समस्याओं से निपटने में भी यह सिस्टम कारगर साबित होगा।
उल्लेखनीय है कि 17 मार्च 2020 को कोरोना महामारी के चलते ताजमहल को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था। पूरे छह महीने की बंदी के बाद 21 सितंबर 2020 को ताजमहल को पर्यटकों की सीमित संख्या के साथ खोला गया था। सितंबर के दस दिनों मात्र 17 हजार सात पर्यटक ही ताज का दीदार कर सके थे। वहीं, अक्टूर में कुल 71 हजार दो सौ नौ पर्यटकों ने ताज का दीदार किया था, जिनमें 591 विदेशी पर्यटक शामिल थे। इसी तरह नवंबर में कुल 83 हजार 3 सौ 45 पर्यटक ताजमहल देखने पहुंचे थे, जिनमें 721 विदेशी थे। जबकि दिसंबर में एक लाख 27 हजार 71 पर्यटक ताजमहल पहुंचे, जिनमें 938 विदेशी थे। वहीं 2021 की बात करें तो अकेले जनवरी में ही ढाई लाख से अधिक पर्यटकों ने ताज का दीदार किया, जिनमें 1380 विदेशी पर्यटक रहे।
अब तेजी से ताजमहल पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है, जिससे लॉकडाउन की मार झेलने वाले दुकानदारों को राहत मिली है। दुकानदारों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद थोड़ी राहत तो मिली है, लेकिन अभी विदेशी पर्यटकों की संख्या ज्यादा नहीं है, जिस कारण व्यापार पहले जैसा नहीं है। उनका कहना है कि विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी तो व्यापार भी अच्छा होगा। जबकि ताज में मौजूद टूरिस्ट गाइड और फोटोग्राफर्स ताजमहल खुलने से खुश नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि लॉकडाउन में ताजमहल बंद होने से उन्हें घर बैठना पड़ा, लेकिन अब धीरे-धीरे गाड़ी पटरी पर लौट रही है।